जयपुर। पुर्णिमा पर चंद्र ग्रहण मोक्ष के बाद रविवार को दिन भर चला दान-पुण्य का कार्यक्रम जारी रहा । जिसमें भक्तों ने अल -सुबह स्नान कर मंदिर में मंगला आरती के दर्शन कर दान-पुण्य किए। वहीं कुछ भक्तों ने गरीब तबके के लोगों को वस्त्र और खाने -पीने की वस्तुओं का दान किया।
रविवार को अल -सुबह ही ब्रह्म मुहूर्ते में कई भक्तों ने अपने आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर पहुंच कर भगवान के दर्शन किए। जिसके बाद से लोगों ने नित्य कार्यक्रम शुरू किए।गोविंद देवजी मंदिर में पट खोलते के साथ ही ठाकुजी को गंगा जी के छीटे मार कर उनका पंचअमृत से स्नान करा कर श्रृंगार किया ।जिसके बाद ठाकुर जी को तुलसी दल डाल कर भोग लगाया गया।
वहीं सैकड़ो की संख्या में भक्तों ने तीर्थ नगरी गलता जी में आस्था की डूबकी लगाई। ब्रह्म मुहूर्ते में ही भक्त गलता पीठ पहुंचे और तीर्थ स्नान कर कुंड के समीप भोले बाबा को जल अर्पण किया। पूजा-अर्चना के बाद भक्तों ने मंदिर परिसर के बाहर ही दान-पुण्य का कार्यक्रम किया।
गायों को चारा डालने का लगा तांता
ग्रहण मोक्ष के बाद रविवार को गायों को चारा डालने का सिलसिला दिन भर जारी रहा। जिसमें अलग-अलग जगहों चारा बचने वाले अपनी-अपनी गायों को लेकर मुख्य चौराहे पर आ गए। गायों को चारा डालने के लिए एक होंड़ सी नजर आई।
चांदपोल हनुमान मंदिर में लगी रहीं भीड़
चांदपोल हनुमान मंदिर में भी रविवार सुबह से ही चंद्र ग्रहण मोक्ष के बाद काफी भीड़ नजर आई।कई भक्तों ने मंदिर पहुंच कर हनुमान जी महाराज के दर्शन कर उन्हे तुलसी दल डाल कर बुंदी का प्रसाद अर्पण किया।
लोगों ने किया अन्न का दान
शनिवार को चंद्र ग्रहण मोक्ष के बाद रविवार सुबह ब्रह्म मुहूर्ते में स्नान आदि कर सफाई कर्मचारियों को अन्न का दान किया। इसके अलावा कुछ श्रृद्धालुओं ने सर्दी के मौसम को देखते हुए कपड़ो का भी दान किया।