जयपुर। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के आरोपों के बाद गणपति प्लाजा में इनकम टैक्स की कार्रवाई जारी है। इनकम टैक्स अधिकारियों ने सौ सात से अधिक लॉकर्स खंगाल लिए हैं, इसके अलावा चार लॉकर्स के आंवटन दस्तावेजों की जांच की जा रही है। लॉकर कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
कई लॉकर्स के आवंटन दस्तावेजों की जांच की जा रही है।साथ ही ईडी की टीम को गणपति प्लाजा से ठोस सबूत नहीं मिले हैं। इसलिए दिन में टीम वापस रवाना हो गई। वहीं इनकम टैक्स के अधिकारी अभी भी मौजूद हैं। अभी तक ईडी और इनकम टैक्स की ओर से किसी को भी नोटिस नहीं दिया गया है। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स के अधिकारियों ने सौ से अधिक लॉकर धारकों को गणपति प्लाजा में चाबी साथ आने के लिए कहा था।
गणपति प्लाजा में करीब 1100 लॉकर्स बताए जा रहे हैं। वहीं कर्मचारियों से भी पूछताछ करके जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि कुछ लॉकर्स आवंटित नहीं है, ऐसे लॉकर्स की चाबियां अभी अधिकारियों को नहीं मिली है। ऐसे लॉकर्स को खुलवाने के लिए गोदरेज कंपनी तकनीकी कर्मचारियों को भी बुलाने की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी तक इस पूरी जांच पड़ताल को लेकर प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। जांच पूरी होने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी।
गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को दावा किया था कि गणपति प्लाजा के लॉकर्स में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी लोगों का भ्रष्टाचार से अर्जित धन रखा हुआ है। उन्होंने कहा था कि जल जीवन मिशन, डीओआईटी घोटाला और पेपर लीक का काला धन गणपति प्लाजा के लॉकर्स में छुपाकर रखा गया है। लॉकर्स में काम से कम 500 करोड़ रुपए और 50 किलो सोना रखा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने गणपति प्लाजा में जाप्ता तैनात कर दिया। इसके बाद आयकर विभाग और ईडी के अधिकारी लॉकर्स की जांच करने के लिए पहुंचे थे।