जयपुर। मेवात की साइबर फ्रॉड की कुख्यात गैंग के आठ बदमाशों को प्रताप नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साइबर गैंग फानेंशियल साइबर फ्रॉड के लिए बैंक अकाउंट व सिम कार्ड़ उपलब्ध करवाने का काम करती थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फेक आधार कार्ड़ ,पेन कार्ड़,सील -मोहर बरामद की है। पुलिस गैंग के सरगना की तलाश में जुटी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ज्ञान चंद यादव ने बताया कि गैंग के कुख्यात बदमाश रविकांत गुर्जर निवासी रैणी अलवर, कय्यूम खान निवासी लक्ष्मणगढ़ ,अलवर,जितेन्द्र निवासी बांदीकुई ,योगेश माल निवासी रैणी अलवर, विष्णु मीना निवासी रैणी, रूप सिंह मीना निवासी रैणी अलवर, सौरभ मीना निवासी रैणी अलवार,और विकास लक्ष्मणगढ़ को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से एक लेपटॉप,2 मोबाइल फोन ,6 बैंक पासबुक,1 डेबिट कार्ड़, 6 आधार कार्ड़ ,7 पेन कार्ड़, 1 जन आधार कार्ड़, 8 फेक सिमकार्ड़ बरामद किए है।
योगेश माल और विष्णु मीना के नाम से भरे 2 अपडेट फॉर्म जिस पर नीचे सर्टिफायर के स्थान पर बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय अलवर की शील मय सिग्नेंचर है। 2 खाली फॉर्म व बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय अलवर के नाम की रबड़ शील मय स्टॉम्प पैड बरामद किए गए। पुलिस को मिली कि जगतपुरा फाटक के पास स्थित जगत विहार में एक अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर कुछ लड़के किराए से रहते है और फर्जी तरीके से आधार कार्ड़ का पता बदल कर बैंक अकाउंट खुलवात है और उसी आधार से फर्जी सिम कार्ड़ लेकर साइबर ठगी करते है। सूचना पर फ्रॉड रैकेट को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन कर फ्लैट पर दबिश देकर आठ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी कय्युम खान अपनी गैंग के मास्टर माइंड हसमत और रोबदीन के कहने पर गैंग में काम करता था। उसके परिचित सौरभ मीना के मिलने वाले लड़को को खुद के किराए के फ्लैट पर बुलाता । लड़कों को पैसो का लालच देकर उनसे आधार कार्ड़ मंगवा कर सबसे पहले यूआईडीआईए की आधिकारी वेबसाइड पर जाकर फेक एडेस दर्ज कराता था। आधार कार्ड़ अपडेट होने का रजिस्टर्ड मोबाइल पर मैसेज आने पर मास्टर माइंड हसमत व रोबदीन को भेज देते । जिसके बाद उसी आधार कार्ड़ से फर्जी सिम लेते व अकाउंट खुलवाते ।सिम चालू होने के बाद साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते ।
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