जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान,जोरावर सिंह गेट, आमेर रोड में किन्नर समाज के लिए चिकित्सालय सुविधाओं से अवगत कराने व एचआईवी के लिए जागरूकता हेतु संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसके मुख्य अतिथि संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, किन्नर समाज से प्रतिनिधि निदेशक नई भोर संस्था पुष्पा माई व अन्य सदस्य और संस्थान के उपाधीक्षक चिकित्सालय डॉ हरीश भाकुनी, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ पुनीत चतुर्वेदी रहे।संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों की समस्याओं का समाधान करना तथा उनमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु विविध खान-पान से अवगत कराना था।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के उपाधीक्षक चिकित्सालय डॉ हरीश भाकुनी ने रोगी की प्रकृति के अनुसार खान-पान, धातु पोषण हेतु विभिन्न आयुर्वेद दवाओं जैसे ओजस्विनी चूर्ण, च्यवनप्राश आदि विभिन्न रसायनों की जानकारी प्रदान की गयी।
संस्थान के कुलपति द्वारा एचआईवी ग्रस्त व्यक्तियों के मनोबल को बढ़ाने हेतु संबोधन दिया गया। महोदय द्वारा विभिन्न स्थानों पर कैंप का आयोजन व एचआईवी जांच आदि सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बात कही गई।
कुलपति महोदय द्वारा अग्रिम संगोष्ठी में इम्यूनिटी किट बंटवाने के लिए निर्देशित किया गया ।
कुलपति महोदय द्वारा कहा गया कि राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान हर पल ट्रांसजेंडर व एचआईवी ग्रस्त व्यक्तियों के सहयोग के लिए तैयार है इसी क्रम में एचआईवी ग्रस्त व्यक्तियों के मेंटल हेल्थ के लिए योग व प्राणायाम के सेशन का आयोजन करवाने का प्रस्ताव भी रखा गया।
कार्यक्रम के अंत में निदेशक प्रो संजीव शर्मा ,उपाधीक्षक चिकित्सालय डॉ हरीश भाकुनी द्वारा ट्रांसजेंडर समाज हेतु राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में सभी निशुल्क जांच व उपचार के आदेश को पुष्पा माई को भेंट किया गया। आज की संगोष्ठी के बाद कोई भी ट्रांसजेंडर अगर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में अपनी जांच और इलाज करवाने आता है तो उसको बिना किसी परेशानी के निःशुल्क जांच और उपचार का लाभ मिलेगा।राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की इस अनूठी पहल के लिए पुष्पा माई ने साधुवत ज्ञापित किया।