जयपुर। छोटी काशी में प्रथम पूज्य का जन्मोत्सव आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है । भगवान गजानन के स्वागत में मंदिरों में रंगीन रोशनी और बंदर वालों एवं पन्नियों से सजावट की गई है। इससे पहले सोमवार को शहर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर समेत सभी गणपति मंदिरों में प्रथम पूज्य का सिंजारा महोत्सव मनाया गया। सुबह गणपति एवं रिद्धि-सिद्धि को मेहंदी अर्पित की गई।
चांदी के सिंहासन पर विराजे गजानन
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सोमवार को गणेश जी का विशेष श्रृंगार कर सिंजारे की मेहंदी अर्पित की गई। इस दौरान दिनभर मंदिर के पट बंद रहें। महंत ने बताया कि इस दिन गणेश जी का शृंगार कर चांदी के सिंहासन पर विराजित कर सोने का मुकुट एवं विशेष पोशाक धारण करवाई गई। साथ ही महंत परिवार की ओर से तैयार नौलखा हार धारण करवाया गया, इसके बाद दर्शन खुलें। भक्तों को 3 हजार 100 किलो मेहंदी का प्रसाद स्वरूप वितरण किया गया।
इधर चांदपोल परकोटा गणेश मंदिर में त्रिदिवसीय गणेश महोत्सव के तहत सोमवार को सिंजारा महोत्सव मनाया गया। महंत अमित शर्मा ने बताया कि सुबह गणेशजी के अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवा कर मेहंदी अर्पित की गई। महंत राहुल शर्मा ने बताया मंगलवार को गणेश चतुर्थी को भगवान के छप्पन भोग की झांकी सजा कर महाआरती की जाएगी।
इसके अलावा सिद्ध गणेश मंदिर कुंदीगर भैरुजी का रास्ता स्थित सिद्ध गणेश मंदिर में महंत महेंद्र कुमार गौतम के सान्निध्य में सिंजारा महोत्सव मनाया गया। सुबह गजानन को मेहंदी, गुड़धाणी और डंके अर्पित कर मोदक का भोग लगाया गया। गणेश चतुर्थी पर मंगलवार सुबह 5 बजे गणेश जी का अभिषेक करने के बाद नवीन पोशाक एवं चांदी का मुकुट धारण करवाया कर माणक मोती से शृंगार किया जाएगा।
असंख्य मोदकों की झांकी के हुए दर्शन
वहीं ब्रह्मपुरी माउंट रोड स्थित नहर के गणेशजी मंदिर में त्रिदिवसीय श्री गणेश जन्मोत्सव सोमवार से शुरू हुआ। इस दिन सुबह 7.15 से भक्तजन गणपति के नवीन श्रृंगार के दर्शनों के साथ असंख्य मोदकों की झांकी के दर्शन हुए। सुबह 8.15 बजे गणपति को मेहंदी अर्पित की गई। इसके बाद मंदिर में आने वाले भक्तों को सिन्दूर व सौभाग्य वर्धक मेहंदी का वितरण की गई। वहीं 19 सितंबर को श्रीगणेश चतुर्थी पर्व सुबह 5 बजे मंगला से प्रारंभ होगा। इस दिन प्रभु को विशेष राजशाही पोशाक व स्वर्ण मंडित मुकुट धारण करवाया जाएगा।
गढ़ गणेशजी को अर्पित हुई मेहंदी
नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर स्थित गढ़ गणेशजी मंदिर में महंत प्रदीप औदिच्य के सान्निध्य में सोमवार को सिंजारा महोत्सव मनाया गया। इस दिन गणेशजी को मेहंदी अर्पित की गई। वहीं गणेश चतुर्थी पर सुबह 4.30 बजे दर्शन खुलेंगे और रात 12 बजे तक भक्त ठाकुर जी के दर्शन कर सकेंगे।
श्वेत सिद्धि विनायक के छप्पन भोग
सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक गणेश जी मंदिर में मंदिर महंत मोहनलाल शर्मा के सानिध्य में 18 सितंबर को सिंजारा महोत्सव मनाया गया। साथ ही भक्तों को रक्षा सूत्र बांटे गए।
गीता गायत्री गणेश जी मंदिर में सजी नवरत्न झांकी
गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेशजी मंदिर में पंडित राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में गणेश जी को मेहंदी अर्पण कर सभी को मेहंदी वितरित की गई। सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के मध्य प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा मंदिर आए सभी श्रद्धालुओं को मेहंदी लगाई गई।
श्री वेद माता गायत्री मंदिर भांकरोटा में गणेश जी को की मेहंदी अर्पित
इधर गणेश चतुर्थी पर्व पर भांकरोटा में स्थित श्री वेद माता गायत्री मंदिर भांकरोटा में गणेश चतुर्थी के एक दिन पूर्व सोमवार को सिंजारे पर्व पर गणेश जी को मेहन्दी अर्पित कर दर्शनार्थियों को वितरण की गई। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि सोमवार को गणेश चतुर्थी पर्व पर प्रातः पंचामृत अभिषेक कर चोला चढा कर नुतन पोशाक धारण कराई जाएगी एवं 108 गणेश अथर्वशीर्ष के पाठ किये गणेश जी को चांदी के डंके अर्पित किये जायेंग। साथ ही लड्डू, गुड़धाणी ,चुरमा का भोग लगाया जायेगा।