जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) टीम ने बुधवार को जल जीवन मिशन में हुए करोडों रूपये के घोटाले मामले में व्यवसायी ओपी विश्वकर्मा और रिटायर्ड आरएएस अमिताभ कौशिक के बैंक लॉकर्स में छह करोड़ रूपये का सोना निकला है। मिली जानकारी के अनुसार ईडी एक दर्जन से अधिक लॉकर खंगाल रही है और साथ ही संजय बड़ाया का लॉकर भी खंगाला गया है।
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार शहर के बड़े-बड़े लोगों का पैसा निवेश कराने वाले व्यवसायी ओपी विश्वकर्मा के दो लॉकर में ईडी टीम ने सर्च किया तो उनमें 8 किलो सोने के बिस्किट मिले। इस सोने की बाजार कीमत 4 करोड़ 84 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा रिटायर्ड आरएएस अधिकारी अमिताभ कौशिक के एक बैंक लॉकर को सर्च में डेढ़ किलो सोना मिला।
इस सोने की बाजार कीमत 90 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके बारे में ओपी विश्वकर्मा और अमिताभ कौशिक से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने सोने को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं दी और न ही सोने उनके लॉकर में होने की बात स्वीकारी है। ईडी ने यह सोना बैंक मैनेजर, उनके परिचित, लोकल थाना पुलिस और एक सरकारी कर्मचारी की मौजूदगी में खोला था। ईडी की जांच में सामने आया है कि ओपी विश्वकर्मा के कई सीनियर ब्यूरोक्रेट और राजनेताओं के साथ दोस्ती थी। विश्वकर्मा इन लोगों के पैसों को अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्ट भी किया करता था। जल जीवन मिशन में भी सीधे तौर पर विश्वकर्मा का हाथ होने पर ईडी ने यह सर्च की कार्रवाई की है। ईडी के पास विश्वकर्मा और उससे जुड़े लोगों की जानकारी है। संभवतः ईडी विश्वकर्मा के इन दोस्तों से भी जल्द पूछताछ कर सकती है।
इससे पहले भी हाल ही में ईडी ने केंद्र की जल जीवन मिशन योजना के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजस्थान भर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था। ईडी के अधिकारियों ने जयपुर, अलवर, नीमराना, बहरोड़ और शाहपुरा जैसे शहरों में तलाशी ली और 2.32 करोड़ की नकदी, 64 लाख मूल्य की 1 किलोग्राम सोने की ईंट और डिजिटल सबूत, हार्ड डिस्क और मोबाइल डिवाइस सहित विभिन्न दस्तावेज जब्त किए थे। गौरतलब है कि ईडी की टीमों ने पिछले तीन दिन में जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़े अधिकारियों और अब तक डिटेन किए गए लोगों के सील कराए गए बैंक लॉकरों को सर्च करना शुरू कर दिया है।