जयपुर। श्री शिव नगर समिति एवं आर्ष संस्कृति दिग्दर्शक ट्रस्ट की ओर से जयसिंहपुरा खोर के श्री शिव मंदिर में गोसेवार्थ और पितृ कृपा प्राप्ति के लिए हो रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन व्यासपीठ से डॉ. प्रशांत शर्मा ने कपिलोपाख्यान एवं ध्रुव चरित्र पर प्रवचन किए। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति बचपन से ही करनी चाहिए। युवावस्था कमाने और विषय भोग में निकल जाती है वृद्धावस्था में इंदिया ठीक से काम नहीं करती। बचपन से की गई भक्ति के संस्कार उम्रभर बने रहते हैं।
दूसरे दिन कथा श्रवण करने पहुंचे गोविंद देवजी मंदिर के प्रबंधक मानस गोस्वामी ने पहले गोमाता और व्यासपीठ का पूजन किया। कथा व्यास डॉ. प्रशांत शर्मा को गोविंद देवजी की छवि भेंट की। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि कथा 14 अक्टूबर तक प्रतिदिन 2 से शाम 5 बजे तक होगी।