जयपुर/ नागौर। नागौर मे इस बार चुनावी माहौल गर्म है। भले ही शर्दी का मौसम आ गया है पर चुनाव से ठण्ड का असर कम पड़ता दिखाई दे रहा है। नागौर जिले की कुल 10 सीटों में पिछली बार कांग्रेस ने बाजी मारी थी, पर इस बार कांग्रेस – भाजपा में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। 2018 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 में से 6 सीटे जीती थी, भाजपा और रालोपा ने 2-2 सीटे जीती थी।
सीटों के लिहाज से बात करे तो इस बार माहौल एक तरफा नहीं है, कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर है। रालोपा और आम आदमी पार्टी भी इस बार चुनाव में मजबूती से अपनी उपस्तिथि दर्ज करवा रही है। इस बार कांग्रेस और भाजपा 4-4 सीटे जीतती हुई दिखाई दे रही है। वही रालोपा व आम आदमी पार्टी के खाते में 1-1 सीट जाती दिख रही है। इस बार सबसे हॉट सीट नागौर है यहाँ पर मिर्धा परिवार में वर्चस्व की लड़ाई हो रही है।
2018 के नतीजे
कांग्रेस 6 सीट – डीडवाना, परबतसर, डेगाना, नावां, लाडनूं व जायल
भाजपा 2 सीट – मकराना व नागौर, रालोपा 2 सीट – खींवसर व मेड़ता
2018 के विजेता
भाजपा – मकराना – रूपाराम मुरावतिया, नागौर – मोहनाराम चौधरी
रालोपा – खींवसर – हनुमान बेनीवाल, मेड़ता – इंद्रा बावरी
कांग्रेस – डीडवाना – चेतन डूडी, नांवा – महेंद्र चौधरी, जायल – मंजू मेघवाल, लाडनू – मुकेश भाकर, डेगाना – विजयपाल मिर्धा, परबतसर – रामनिवास गावड़िया
2023 के अनुमानित नतीजे
कांग्रेस 4 सीट – नागौर, जायल, परबतसर व लाडनूं
भाजपा 4 सीट – मकराना, डेगाना, मेड़ता व नांवा
आम आदमी पार्टी 1 सीट – डीडवाना, रालोपा 1 सीट – खींवसर
2023 के संभावित जिताऊ उम्मीदवार
कांग्रेस – नागौर – हरेंद्र मिर्धा, जायल – मंजू मेघवाल, लाडनूं – मुकेश भाकर, परबतसर – रामनिवास गावड़िया
भाजपा – मकराना – सुमिता भींचर, डेगाना – अजय किलक, नांवा – विजय सिंह चौधरी, मेड़ता – लक्ष्मण राम कलरू
आम आदमी पार्टी – डीडवाना – रामनिवास रॉयल
रालोपा – खींवसर – हनुमान बेनीवाल
क्या कहती है सर्व रिपोर्ट
कांग्रेस – भाजपा जीत रही है 4-4 सीट, रालोपा व आप को मिल सकती है 1-1 सीट
नागौर – नागौर में कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा और भाजपा की ज्योति मिर्धा में सीधी टक्कर है। प्रधानमंत्री मोदी की रैली के बावजूद नागौर में हरेंद्र मिर्धा ज्योति मिर्धा पर भारी पड़ते नजर आ रहे है। नागौर से कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा की भारी मतों से जीत होगी। पिछली बार भाजपा के मोहनराम चौधरी ने कांग्रेस के हबीबुर्रहमान को हराया था।
डीडवाना – इस बार डीडवाना में मुकाबला चतुष्कोणीय है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रामनिवास रॉयल और निर्दलीय यूनुस खान में कांटे की टक्कर है। भाजपा के जीतेन्द्र जोधा और कांग्रेस के चेतन डूडी यहाँ पिछड़ते नजर आ रहे है। इस कांटे की टक्कर में आम आदमी पार्टी के रामनिवास रॉयल बाजी मार सकते है।
मकराना – मकराना में भाजपा उम्मीदवार सुमिता भींचर और कांग्रेस के जाकिर हुसैन गैसावत में सीधी टक्कर है। इस कांटे की टक्कर में महिला वोटर से भाजपा उम्मीदवार सुमिता भींचर कांग्रेस के जाकिर हुसैन गैसावत पर भारी पड़ सकती है। 2018 में भाजपा के रूपाराम मुरावतिया ने जाकिर हुसैन गैसावत को हराया था।
खींवसर – खींवसर में भी इस बार चतुष्कोणीय मुकाबला हैं। रालोपा के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल और निर्दलीय दुर्ग सिंह में टक्कर है। भाजपा उम्मीदवार रेवंत राम डांगा और कांग्रेस उम्मीदवार तेजपाल मिर्धा यहाँ काफी पीछे नजर आ रहे हैं। रालोपा उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल इस मुकाबले को भारी मतो से जीत जाएंगे।
जायल – जायल में कांग्रेस उम्मीदवार मंजू मेघवाल व बीजेपी की मंजू बाघमार में सीधी टक्कर है। इस कांटे की टक्कर में कांग्रेस भाजपा पर भारी पड़ सकती है। इस बार कांग्रेस की मंजू मेघवाल भाजपा की मंजू बाघमार से चुनाव जीत सकती है। 2018 में यहाँ मुकाबला रालोपा के अनिल बारूपाल व मंजू मेघवाल के बीच हुआ।
नावां – कांग्रेस के महेंद्र चौधरी एवं बीजेपी के विजय सिंह चौधरी में सीधी टक्कर है। यहाँ पर मुकाबला काफी रोचक व कड़ा हो सकता है। भाजपा उम्मीदवार विजय सिंह चौधरी कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र चौधरी से कांटे की टक्कर में जीत सकते है। 2018 में कांटे की टक्कर में पिछली बार महेंद्र चौधरी ने विजय सिंह को मात दी थी।
लाडनूं – लाडनू में कांग्रेस के मुकेश भाकर और भाजपा के करणी सिंह में सीधी टक्कर है। यहाँ पर दोनों में सीधी टक्कर होने से पेंच काफी फसा हुआ है। भाजपा उम्मीदवार करणी सिंह पर कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश भाकर भारी पड़ सकते है। यहाँ पर मुकेश भाकर ने भाजपा के मनोहर सिंह को भारी अंतराल से चुनाव हराया था।
डेगाना – डेगाना मे कांग्रेस उम्मीदवार विजय पाल मिर्धा व भाजपा उम्मीदवार अजय सिंह किलक में सीधी टक्कर है। विजय पाल मिर्धा का गावो में काफी विरोध हो रहा है। इस बार भाजपा के अजय किलक कांग्रेस के विजय पाल मिर्धा से जीत सकते है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के विजयपाल मिर्धा ने अजयसिंह किलक को पटकनी दी थी।
परबतसर – परबतसर में त्रिकोणीय मुकाबला है। यहाँ पर कांग्रेस के रामनिवास गावड़िया, भाजपा के मानसिंह किनसरिया व रालोपा के लच्छाराम बडारड़ा में कांटे की टक्कर है। गुर्जर वोटो की बदौलत रामनिवास गावड़िया चुनाव जीत सकते है। 2018 के चुनाव में रामनिवास गावड़िया ने मानसिंह किनसरिया को पटकनी दी थी।
मेड़ता – मेड़ता में भी इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस के शिवरतन वाल्मीकी, भाजपा के लक्ष्मण राम कलरू व रालोपा उम्मीदवार इंद्रा बावरी में कांटे की टक्कर है। जाटों में इंद्रा बावरी का विरोध होने के कारण लक्ष्मणराम कलरू जीत सकते है। 2018 में यहाँ मुकाबला रालोपा की इंद्रा बावरी व निर्दलीय लक्ष्मणराम के बीच हुआ।
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