जयपुर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) टीम ने राजस्थान में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के संदिग्धों की तलाश में बुधवार को कोटा, टोंक, गंगापुर और बारां छापेमारी की कार्रवाई की है। एनआईए टीम ने सुरक्षा के लिहाज से स्थानीय पुलिस की मदद ली है। टीम ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है,जिनसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही पीएफआई ठिकानों से मिले डॉक्यूमेंट और आईटी गैजेट्स को भी टीम खंगाल रही है।
जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम ने बारां में एक संदिग्ध के घर दबिश दी। टीम तड़के 4 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र में कौसर कॉलोनी पहुंची और संदिग्ध मौलाना मोहम्मद अख्तर से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि एनआईए की टीम ने संदिग्ध के घर से मोबाइल, लैपटॉप व कुछ दस्तावेज जब्त किए। फिर पूछताछ के लिए थाने लेकर आई और अब भी कार्रवाई जारी है। गौरतलब है कि मौलाना मोहम्मद अख्तर वर्ष 2001 में सिमी संगठन मामले में 11 माह नांदेड़ व सूरत जेल में बंद था। इसके अलावा टोंक शहर में एनआईए की टीम ने बड़ा कुआ क्षेत्र में एक मकान पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
टीम ने संदिग्ध व्यक्ति और उसके परिवार से पूछताछ की है। हालांकि टीम ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।कई घंटों तक चली कार्रवाई व पूछताछ में संदिग्ध व्यक्ति और उसके परिवार से पूछताछ करके टीम वापस लौट गई है। सूत्रों के मुताबिक पीएफआई और उसके समर्थकों की हिंसक और देशी विरोधी गतिविधियों को लेकर पिछले साल एनआईए ने केस दर्ज किया था। यह मामला बिहार के फुलवारी शरीफ में पुलिस की कार्रवाई के बाद सामने आए तथ्यों के आधार एनआईए ने जब्त किया था। बुधवार को जिन लोगों के घर छापा मारा गया है, उनके तार इस केस से जुड़े थे।