Police crackdown on cyber thugs: Seven members of 'money double' gang arrested
जयपुर। साइबर अपराधों के खिलाफ सवाई माधोपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मानटाउन थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम ने संयुक्त अभियान में ‘पैसा डबल’ करने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले 7 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों के पास से 12 मोबाइल फोन, 6 एटीएम कार्ड, 4 पासबुक, 3 चेकबुक, 2 क्यू आर मशीन और 2 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं। पुलिस को इनके बैंक खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन का हिसाब मिलने की उम्मीद है।
पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया कि थानाधिकारी मानटाउन सुनील गुप्ता के नेतृत्व में गठित टीम ने सवाई माधोपुर की बाल मंदिर कॉलोनी में छापा मारकर इन ठगों को धर दबोचा। ये साइबर ठग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर लोगों को लुभावनी योजनाओं का झांसा देते थे, जिसमें उनके पैसे कई गुना करने का लालच दिया जाता था। धोखाधड़ी के लिए वे फर्जी या किराए के सिम कार्ड और विभिन्न फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल करते थे। पुलिस के अनुसार, इन ठगों ने सोशल मीडिया पर लाखों ग्राहक बनाए हुए थे।
गिरफ्तार किए गए साइबर ठग
मामले में पुलिस ने आरोपी मनीष मीना निवासी नींदड़दा थाना सूरवाल, हरिमोहन मीना निवासी बंधा थाना सूरवाल, युवराज सिंह मीना, सचिन मीना व बलराम सैनी निवासी मलारना चौड़ थाना मलारना डूंगर, जितेंद्र मीना निवासी झोगदा थाना सूरवाल और धर्मेन्द्र मीना निवासी अजनोटी थाना सूरवाल को गिरफ्तार किया है।
इनके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है, जिससे इस बड़े साइबर धोखाधड़ी नेटवर्क के अन्य पहलुओं का भी खुलासा होने की उम्मीद है। इस सराहनीय कार्रवाई में डीएसटी प्रभारी श्याम सुंदर और उनकी टीम तथा मानटाउन थाना से सहायक उपनिरीक्षक प्रहलाद, कांस्टेबल हरिसिंह, अशोक, महेंद्र, शैतान और सुरेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जयपुर। राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने आमजन को साइबर अपराधों की बढ़ती और बदलती प्रकृति के प्रति आगाह किया है। पुलिस ने एक नई तरह की धोखाधड़ी के संबंध में चेतावनी जारी की है, जिसमें साइबर अपराधी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर नामचीन व्यक्तियों, परिचितों, या किसी फर्म,कंपनी के प्रमुख की तस्वीर लगाकर लोगों को ठग रहे हैं।
एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि साइबर ठग अक्सर विभागों के प्रमुखों, नामचीन व्यक्तियों, या किसी कंपनी के चेयरमैन,मालिक की प्रोफाइल तस्वीर का इस्तेमाल करते हैं। वे या तो खुद को वह व्यक्ति बताते हैं या खुद को उनके अधीन काम करने वाला बताकर अपने मोबाइल नंबर से मैसेज या कॉल करते हैं।
धोखेबाज स्वयं को या उस व्यक्ति को किसी बैठक में व्यस्त या आपात स्थिति में होने का बहाना बनाते हैं, और तत्काल पैसों की मांग करते हैं। वे प्रोजेक्ट से संबंधित खर्च, आपातकालीन स्थिति या सरकारी खर्च का बहाना बनाकर आमजन, कनिष्ठ अधिकारियों या कर्मचारियों को फोन,वीडियो कॉल करते हैं और यूपीआई के माध्यम से तुरंत पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश देते हैं। कई बार लोग इन निर्देशों को वास्तविक मानकर या डर के मारे पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। जब बाद में असली व्यक्ति से संपर्क किया जाता है, तब तक साइबर अपराधी राशि निकाल चुके होते हैं।
राजस्थान पुलिस ने इस नई साइबर अपराध तकनीक से बचाव के लिए निम्नलिखित सलाह दी है कि प्रोफाइल पर लगी तस्वीर देखकर झांसे में न आएं। तस्वीर को ही सत्यता का प्रमाण न मानें। अनजान व्यक्ति द्वारा तुरंत पैसे मांगे जाने पर पूरी तरह जांच-पड़ताल करें कि आप पैसे किसे दे रहे हैं। सीधे पैसे ट्रांसफर न करें।
साइबर ठग अक्सर मेडिकल आपात स्थिति या समय की कमी का झांसा देकर जल्दी पैसे देने का दबाव बनाते हैं। ऐसी स्थिति में अत्यधिक सावधान रहना आवश्यक है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर अपने नजदीकी पुलिस थाने में कार्यरत साइबर हेल्प डेस्क से संपर्क करें। राजस्थान पुलिस आमजन से अपील करती है कि वे इन साइबर ठगों से सतर्क रहें और किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
Rajasthan police's big success: Illegal arms smuggling network busted
जयपुर। राजस्थान पुलिस ने अवैध हथियार और कारतूस तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अपने विशेष अभियान में एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय और प्रतापगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने कुख्यात सलमान- ‘अंकल गिरोह’ के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है। इस अभियान के तहत अब तक 15 हथियार सप्लायर और गन हाउस संचालकों को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा और राजस्थान-यूपी की विभिन्न जेलों से गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध एवं एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन के निर्देशों पर शुरू हुए इस ऑपरेशन में एजीटीएफ और प्रतापगढ़ पुलिस ने संगठित अपराध की कमर तोड़ दी है। पुलिस उपमहानिरीक्षक योगेश यादव और एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस बताया सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन और प्रतापगढ़ एसपी विनीत कुमार बंसल के समन्वय में इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
एजीटीएफ और प्रतापगढ़ पुलिस ने संयुक्त रूप से इस अभियान में गहन छानबीन की और पाया कि कई लाइसेंसी गन हाउस संचालक अवैध रूप से हथियार और कारतूस अपराधियों को बेच रहे थे। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कुल 15 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को भी टीम ने रिया आर्म्स स्टोर मैनपुरी के संचालक कमल सोलंकी पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी देवरा जिला मैनपुरी यूपी को मैनपुरी से और काली गन हाउस मथुरा के संचालक नवीन पोहिया (35) तथा शर्मा गन हाउस मथुरा के संचालक गोपाल उर्फ जोली शर्मा निवासी मथुरा(उत्तर प्रदेश) को मथुरा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एडीजी एम एन ने बताया कि ऑपरेशन की शुरुआत 28 जून 2025 को हुई जब प्रतापगढ़ पुलिस ने हथियार सप्लायर राकेश राठौर को एक ऑटोमेटिक पिस्टल और दो खाली मैगजीन सहित गिरफ्तार किया। राकेश से मिली जानकारी के आधार पर 2 जुलाई को मध्य प्रदेश के नागदा निवासी कुख्यात गैंगस्टर सलमान खान को बांसवाड़ा जेल से गिरफ्तार किया गया, जिसकी सूचना पर 14 अवैध देशी-विदेशी हथियार और 1860 कारतूस का बड़ा ज़खीरा बरामद हुआ। सलमान, जो अपने पिता की आपराधिक विरासत को आगे बढ़ा रहा था।
आगे की जांच में इस हथियार तस्करी नेटवर्क के कई मुख्य सरगना बेनकाब हुए और गिरफ्तार किए गए धीरेंद्र, कुंवर पाल सिंह और जितेंद्र उर्फ जीतू बिलोनी। ये भी इस सप्लाई चेन के महत्वपूर्ण सदस्य थे। जिन्हें 3 जुलाई को यूपी और धौलपुर से गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछताछ और गहन अनुसंधान के बाद पुलिस ने अवैध हथियार सप्लायर और गन हाउस के संचालक रमा शंकर को 7 जुलाई को उत्तर प्रदेश के एटा से गिरफ्तार किया जो मोटा मुनाफा कमा कर अपराधियों को कारतूस और हथियार उपलब्ध करा रहा था।
इस गिरोह का मास्टरमाइंड जो 8 जुलाई को लखनऊ जेल से गिरफ्तार हुआ। वह राकेश और जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू बिलोनी को प्रतिबंधित हथियार सप्लाई करता था। 9 जुलाई को जोधपुर जेल से गिरफ्तार किया गया, यह मारवाड़ के तस्करों और सुपारी किलर को हथियार सप्लाई करता था। प्रवीण उर्फ अंकल को हथियार और कारतूस मुहैया कराने वाला एक और कुख्यात तस्कर, जिसे 10 जुलाई को फिरोजाबाद, यूपी से पकड़ा गया। 14 जुलाई को फिरोजाबाद जेल से गिरफ्तार हुए ये तीनों हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे थे और लाइसेंसी हथियारों के नंबर मिटाकर सप्लाई करते थे, इनमे राहुल के नाम एक लाइसेंसी गन हाउस था, जो साल 2009 में सील हो गया था। ये सभी अपराधी यूपी और राजस्थान की विभिन्न जेलों से प्रोडक्शन वारंट पर या सीधे गिरफ्तार किए गए।
पुलिस टीमों की सराहनीय भूमिका
इस सफल अभियान में राजस्थान एजीटीएफ और प्रतापगढ़ पुलिस की टीमों ने बेहतरीन समन्वय और बहादुरी का प्रदर्शन किया। एजीटीएफ टीम से पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह, एएसआई शैलेन्द्र शर्मा, शंकर दयाल शर्मा, हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, कमल सिंह, मदन लाल, अरुण कुमार, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम, बृजेश और चालक सुरेश कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, छोटीसादड़ी थाना टीम से एसएचओ प्रवीण टांक, एसआई नारायण लाल, एएसआई शिवराम, अर्जुन सिंह, हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, महेश कुमार, रघुवीर सिंह और कांस्टेबल रामराज ने भी सराहनीय कार्य किया। कांस्टेबल सुरेश कुमार (नंबर 1144) की सटीक सूचना इस पूरी सफलता में निर्णायक साबित हुई।
राजस्थान पुलिस की यह कार्रवाई राज्य में अवैध हथियार तस्करी के खिलाफ एक बड़ा प्रहार है और संगठित अपराध पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है और गहन अनुसंधान जारी है।
India's Got Talent auditions will be held in Delhi on July 20
मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन इंडियाज़ गॉट टैलेंट का ऑन-ग्राउंड ऑडिशन शुरू करने जा रहा है, जिसकी शुरुआत दिल्ली से होगी। ये ऑडिशन शनिवार, 20 जुलाई 2025 को होंगे। ऑडिशन का स्थान है सेंट्रल एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 10, द्वारका, दिल्ली और सुबह 8 बजे से शुरू होंगे।
यह भारत का ऐसा इकलौता मंच है जो हर उम्र और हर क्षेत्र के टैलेंट को मंच देता है। चाहे डांस हो, सिंगिंग, जादू, ऐक्रोबैटिक्स या कुछ अलग हटकर करने वाले एक्ट, यह मंच हर उस इंसान, जोड़ी, तिकड़ी या ग्रुप के लिए खुला है, जो बड़ा सपना देखते हैं और उसे बड़े अंदाज में दिखाते हैं।
स्थान: सेंट्रल एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 10, द्वारका, दिल्ली
समय: सुबह 8 बजे से
प्रतिभागियों से कहा गया है कि वे अपनी पहचान का कोई भी सही दस्तावेज और परफॉर्मेंस में इस्तेमाल होने वाला सामान साथ लाएं। ऑडिशन सभी भारतीय लोगों के लिए खुले हैं, और बच्चों को अपने मां-बाप या अभिभावक के साथ आना जरूरी है।
दिल्ली तैयार हो जाओ अपना टैलेंट दिखाने के लिए, क्योंकि इंडियाज़ गॉट टैलेंट 20 जुलाई 2025 को ऑडिशन के लिए तुम्हारे शहर आ रहा है।
मुंबई। टाटा मोटर्स की कॉम्पैक्ट एसयूवी ‘पंच’ ने चार साल से भी कम समय में 6 लाख यूनिट्स के उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। कंपनी ने इस उपलब्धि की घोषणा करते हुए बताया कि इस रिकॉर्ड ने पंच को भारत की सबसे पसंदीदा एसयूवी के रूप में और भी मजबूत स्थान दिलाया है। देशभर के ग्राहकों में इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और महाराष्ट्र अकेले इसके कुल उत्पादन में 12% का योगदान देता है।
टाटा पंच को अक्टूबर 2021 में इस सोच के साथ लॉन्च किया गया था कि भारत के हर नागरिक को एसयूवी जैसा अनुभव मिल सके। इसने एक नया वाहन श्रेणी – सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी – की शुरुआत की, और तब से यह पूरे भारत में लाखों ग्राहकों की पहली पसंद बन गई है। बड़े महानगरों से लेकर छोटे कस्बों और गाँवों तक, पंच आज भरोसे, स्टाइल और स्मार्ट पसंद का प्रतीक बन चुकी है, जिसने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार की तस्वीर बदल दी है।
वर्ष 2024 में यह देश की सबसे अधिक बिकने वाली कार बनकर इतिहास रच चुकी है। चाहे शहरी गलियों की बात हो या ग्रामीण रास्तों की, पहली बार कार खरीदने वाले हों, युवा प्रोफेशनल्स हों या बढ़ते परिवार – पंच सिर्फ एक कार नहीं, बल्कि आज के दौर की एक स्मार्ट और भरोसेमंद साथी बन गई है।
पंच और एक आत्मविश्वासी, साहसी भारत की बढ़ती आकांक्षाओं से इसके गहरे जुड़ाव पर बात करते हुए, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के चीफ कमर्शियल ऑफिसर विवेक श्रीवत्स ने कहा, “पंच नए भारत की उस भावना का प्रतीक है जो आत्मनिर्भर है, बेझिझक है और अपना रास्ता खुद तय करना जानता है। 6 लाख उत्पादन का आंकड़ा पार करना सिर्फ एक निर्माण उपलब्धि नहीं, बल्कि उन 6 लाख से अधिक भारतीयों के भरोसे की पुष्टि है, जिन्होंने पंच को चुना — एक ऐसी कार जो आत्मविश्वास, मौजूदगी और नई शुरुआत का प्रतीक बन चुकी है।
सबसे खास बात यह है कि पंच आज पहली बार कार खरीदने वालों की सबसे पसंदीदा कार बन गई है। यह सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि एक ऐसा ब्रांड है जिसने बदलाव की शुरुआत की — और यह दिखाया कि आज का भारत अपनी पहली कार से क्या उम्मीद करता है।
‘इंडिया की एसयूवी’ कैम्पेन के ज़रिए हम इस शानदार सफर का जश्न मना रहे हैं — उन ग्राहकों के साथ मिलकर जिन्होंने इसे संभव बनाया। यह सिर्फ आंकड़ों का उत्सव नहीं है, बल्कि उस गाड़ी को एक सलाम है जिसने एसयूवी जैसा स्टाइल हर किसी के लिए सुलभ बनाया — वो भी गुणवत्ता से कोई समझौता किए बिना।”
सेगमेंट को नया आकार देने वाली कार
अक्टूबर 2021 में लॉन्च हुई टाटा पंच ने अपने अनोखे डिज़ाइन, दमदार परफॉर्मेंस और 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट की परिभाषा ही बदल दी। इसने सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी जैसी एक नई श्रेणी की शुरुआत की, जिससे देशभर में और ज्यादा लोगों के लिए एसयूवी खरीदना आसान हो गया।
2024 में यह भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बनी — एक ऐसा मुकाम जो इसकी लोकप्रियता को शहरों की भीड़भाड़ भरी सड़कों से लेकर गांवों के कच्चे रास्तों तक साबित करता है। पहली बार कार खरीदने वाले हों, युवा प्रोफेशनल हों या परिवार — पंच ने खुद को हर वर्ग की पसंदीदा कार के रूप में स्थापित किया है, जो उन्हें शुरुआत से ही एक सुरक्षित, सुविधाजनक और स्टाइलिश एसयूवी अनुभव देती है।
“इंडिया की एसयूवी” अभियान के साथ जश्न
इस अद्वितीय सफर की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए, टाटा मोटर्स ने राष्ट्रव्यापी “इंडिया की एसयूवी” अभियान शुरू किया है। यह अभियान उन लाखों भारतीयों को समर्पित है जिन्होंने पंच को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाया है और जिनकी कहानियाँ सशक्तिकरण, आत्मविश्वास और रोज़मर्रा के छोटे-बड़े रोमांच से जुड़ी हैं।
पंच अब सिर्फ एक कार नहीं रही — यह नए भारत की आकांक्षा और आत्मबल का प्रतीक बन गई है। चाहे सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाले परिवार हों, महानगरों के साहसिक राइडर्स हों, टियर 2 और 3 शहरों के युवा हों या पहली बार कार खरीदने वाले लोग — पंच ने सभी के दिल में खास जगह बनाई है।
6 लाख से ज्यादा पंच आज भारत की सड़कों पर दौड़ रही हैं। यह अभियान केवल इस आंकड़े का उत्सव नहीं है, बल्कि उन हजारों अनकही कहानियों का सम्मान भी है जो पंच को यहां तक लेकर आईं — हर कहानी में है गर्व, उद्देश्य और नए अवसरों की झलक। “इंडिया की एसयूवी” उस देश की भावना को सलाम है, जो पूरे जोश और एकता के साथ आगे बढ़ रहा है।
जयपुर। राजस्थान के लिए यह अत्यंत गौरव का क्षण है कि नगर निगम ग्रेटर को राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में देशभर में 16वां स्थान प्राप्त हुआ है। यह पहली बार है जब जयपुर ग्रेटर टॉप 20 स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल हुआ है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गरिमामय उपस्थिति में गुरुवार को विज्ञान भवन नई दिल्ली में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह -2024 -25 आयोजित किया गया। जिसमें भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नगरीय विकास एवं स्वायत शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ,नगर निगम ग्रेटर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। नगर निगम ग्रेटर को स्टेट मिनिस्ट्रियल रियल कैटेगरी में राजस्थान का वादा स्वच्छ शहर अवार्ड दिया गया इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त सीमा कुमार उपायुक्त (स्वास्थ्य) ओमप्रकाश थानवी ,मालवीय नगर जोन उपायुक्त प्रियव्रत चरण मौजूद रहे।
नगर निगम ग्रेटर को पहली बार वाटर प्लस सर्टिफिकेट मिला साथ ही गार्बेज फ्री सिटी में 3 स्टार रेटिंग भी मिली
यह उपलब्धि नगर निगम की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता, नागरिक सहभागिता एवं सतत शहरी विकास की दिशा में किए गए सामूहिक प्रयासों का प्रतिफल है। महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने इस सम्मान को जयपुर वासियों के नाम समर्पित करते हुए कहा “यह पुरस्कार हमारे समर्पित स्वच्छता योद्धाओं, निगम की टीम, कर्मठ अधिकारियों और हर उस नागरिक का है, जिसने शहर को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान दिया।
जयपुर ग्रेटर का पहली बार टॉप 20 में आना यह साबित करता है कि यदि नागरिक आगे आएं तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। हमारा संकल्प है कि अगली बार जयपुर ग्रेटर देश के शीर्ष 10 स्वच्छ शहरों में स्थान पाए। हम जयपुर को और अधिक स्वच्छ, हरित और संगठित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
नगर निगम ग्रेटर जयपुर, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।
Pratap Kumar Bhatia's pencil sketch exhibition from 18
जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में 18 से 20 जुलाई तक 77 वर्षीय कलाकार प्रताप कुमार भाटिया की ओर से प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। सुरेख दीर्घा में सुबह 11 से शाम 6 बजे तक होने वाली प्रदर्शनी में 100 से अधिक पेंसिल स्केच प्रदर्शित किए जाएंगे। प्रदर्शनी में कला प्रेमियों को भगवान गणेश, श्रीनाथ जी, किचन वेयर, राजस्थान के पुरातात्विक स्मारक, ताजमहल आदि के स्केच शामिल रहेंगे। इस संग्रह को तैयार करने में उन्हें एक साल का समय लगा।
शुक्रवार प्रात: 11 बजे पद्मश्री तिलक गिताई प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। प्रताप कुमार भाटिया ने बताया कि उन्होंने कलात्मक ट्रेनिंग हासिल नहीं की है। कोरोना काल के बाद उम्र के इस पड़ाव में उन्होंने अपनी ऊर्जा को कला व समाज सेवा की ओर मोड़ा। वे पेशे से इंजीनियर है बतौर सर्वेअर लॉस असेसर भी काम कर रहे हैं। भाटिया रोड सेफ्टी लाइन संस्था फाउंडर सेक्रेटरी है, यातायात नियमों के प्रति जागरूकता भी फैला रहे हैं। स्टांप कलेक्शन और समाज सेवा के लिए उन्हें अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
Pandit Kailash Sharma released the poster of Parthiv Shivling Maharudrabhishek
जयपुर। श्री शिव महापुराण कथा समिति, जयपुर का अठारहवां वार्षिक 251 सामूहिक पार्थिव शिवलिंग महारुद्राभिषेक 3 अगस्त को सीकर रोड पर राजावास पुलिया के पास स्थित अनंतम सफायर में आयोजित किया जाएगा। गुरुवार को प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर में विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश को विधिवत निमंत्रण देकर आयोजन का श्रीगणेश किया गया।
मंदिर महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया गया। महंत कैलाश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि यह श्रावण मास का पावन महीना है। प्रकृति स्वयं हर-हर महादेव का जयघोष कर रही है। जनमानस का हृदय शिवभक्ति में लीन है। ऐसे माहौल में पार्थिव शिव लिंग का विधिवत अभिषेक शिव भक्तों के ह्दय में शिव भक्ति का संचार करेगा।
समिति के महामंत्री अरुण खटोड़ ने बताया कि इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पं.सुरेश शास्त्री, उपाध्यक्ष त्रिलोक खंडेलवाल, दीपक गोयल, बालकृष्ण शर्मा उपस्थित रहे। रुद्राभिषेक में 251 यजमान दंपति पार्थिव शिवलिंगों पर अभिषेक करेंगे। उनके लिए संपूर्ण पूजन सामग्री, पंडितों के लिए वस्त्र, दक्षिणा, अल्पाहार एवं भोजन की पूर्ण व्यवस्था रहेगी। अभिषेक गंगाजल और 108 दुर्लभ आयुर्वेदिक औषधियों से किया जाएगा।
इसमें गन्ने का रस, गाय का दूध, भांग, पंचामृत, नारियल जल भी सम्मिलित हैं। अरुण खटोड़ ने बताया कि यह आयोजन न केवल श्रद्धालुजन को शिव भक्ति में लीन करने वाला है, अपितु उन्हें आत्मिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और पुण्यफल की अनुभूति भी कराएगा। अभिषेक न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करेगा, बल्कि शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शुद्धि का दुर्लभ अवसर भी देगा।
जयपुर। एपेक्स हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने अज्ञात जहर खाकर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे आगरा निवासी 21 वर्षीय युवक को पूरी तरह ठीक करने मे सफलता हासिल की है। मरीज का सफल इलाज गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. कुलदीप सिंह के निर्देशन में हुआ।
डॉ. सिंह ने बताया कि युवक को विषाक्त खाने के बाद आगरा में वेंटीलेटर पर लिया गया था, लेकिन हालात में सुधार नहीं आने के कारण जयपुर के एपेक्स हॉस्पिटल में रेफर किया गया। यहां आने पर मरीज के ऑक्सीजन लेवल कम था। जिसके चलते मरीज को गंभीर एआरडीएस हो गया था। फिर उसे आईसीयू में लेकर उल्टा करके वेंटीलेशन दिया गया। इसकी छह साईकिल के बाद हालत में सुधार आना शुरू हुआ।
डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि मरीज काफी गंभीर हालत में था, यहां उसे मल्टीपल ब्रोन्कोस्कोपी दी गई और गले में रास्ता बनाकर ट्रेकियोस्मी की गई। उन्होंने बताया कि मरीज 28 दिन की जंग के बाद पूरी तरह से ठीक होकर बाहर निकल पाया। डॉ. कुलदीप के साथ हॉस्पिटल की क्रिटिकल केयर होप टीम के डॉ. विजयंत सोलंकी, डॉ.अमित मेहता ने मरीज को ठीक करने में महती भूमिका निभाई।
Successful operation done on an elderly person with kidney failure and weak heart
जयपुर। एसआरके हॉस्पिटल के सीनियर यूरोलॉजिस्ट डॉ. राकेश शर्मा ने मल्टीपल समस्याओं से जूझ रहे एक बुजुर्ग के प्रोस्टेट एवं किडनी में स्टोन की समस्या को पूरी तरह दूरबीन तकनीक से ठीक करने में सफलता मिली है। दरअसल मामला इसलिए गंभीर था कि बुजुर्ग मरीज का हार्ट 20 प्रतिशत ही काम कर रहा था, ऐसे में अत्याधुनिक मशीनों के सहारे मरीज का इलाज किया गया। डॉ. शर्मा बताते हैं कि 80 साल के बुजुर्ग का किडनी फेल हो चुका था, एवं किडनी में स्टोन एवं प्रोस्टेट की भी समस्या थी। जिसके चलते वे सेप्टिसीमीया में चले गए थे, जो कि जानलेवा साबित हो सकती है।
सेप्टिसीमीया में ब्लड के रास्ते इंफेक्षन पूरे शरीर में फैल जाता है। उन्होंने बताया कि खून में टीएलसी की मात्रा अत्यधिक बढ गई थी जिसे आम भाषा में जहर का फैलना बोलते हैं। ऐसे में इन्फेक्शन की मात्रा अत्यधिक बढने के कारण उन्हें पहले क्रिटिकल केयर टीम में भेजा गया, जहां एंटी बायोटिक एवं सपोर्ट देकर इन्फेक्शन की मात्रा को कम करके लेजर तकनीक से प्रोस्टेट एवं स्टोन का ऑपरेशन किया।
डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि मरीज की अधिक उम्र एवं मल्टीपल समस्याएं होने के कारण इलाज करना आसान नहीं था लेकिन अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों एवं अत्याधुनिक तकनीक के सहारे सफल एवं सटीक इलाज कर बुजुर्ग को ठीक किया जा सका।