जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और साथ ही जहां दिग्गजों का नामांकन प्रक्रिया जारी है। वहीं इसी बीच दल बदल का भी खेल अपने पूरे चरम पर दिखाई पड़ रहा है। जिसके चलते गुरूवार को कांग्रेस में एक फायर ब्रांड भगवाधारी महिला चेहरे की एंट्री हो गई है। जहां कांग्रेस ने भाजपा में सेंध लगाते हुए अजमेर की साध्वी अनादि सरस्वती को अपने साथ जोड़ लिया है। साध्वी अनादि सरस्वती ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। अनादि सरस्वती शहीद हेमू कालानी के परिवार से हैं और उनकी पोती है।
साध्वी अनादि सरस्वती ने गुरुवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस की सदस्यता ली है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन्हें पार्टी जॉइन करवाने हॉस्पिटल रोड स्थित पीसीसी वार रूम पहुंचे। जहां कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी इस मौके पर मौजूद थे। दोनों ने दुपट्टा पहनकर साध्वी अनादि सरस्वती को कांग्रेस जॉइन करवाई और उनका स्वागत किया।
साध्वी अनादि सरस्वती को अजमेर (उत्तर) सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार लंबे वक्त से कांग्रेस के लिए अजमेर उत्तर सीट गले की फांस बनी हुई है। यहां भाजपा के दिग्गज नेता वासुदेव देवनानी लंबे अरसे से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। ऐसे में अब भाजपा की इसी सेफ सीट पर सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने तैयारी कर ली है और इस सीट से कांग्रेस मां आनंदी सरस्वती को टिकट दे सकती है।
भाजपा ने जो हिंदुत्व का मुद्दा चला रखा है वह अब चलने वाला नहींः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हेमू कालानी शहीद हो गए थे और साध्वी अनादि सरस्वती उनके परिवार से ताल्लुक रखती हैं। हम सबका यह मानना है कि आज देश के हालात विकट हैं और इसी के मद्देनजर ये कांग्रेस जॉइन कर रही हैं। भाजपा ने जो हिंदुत्व का मुद्दा चला रखा है वह अब चलने वाला नहीं है।
हकीकत में काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया: साध्वी अनादि सरस्वती
साध्वी अनादि सरस्वती ने कहा कि आज हमारे जीवन का क्रांतिकारी दिन है। जिस विषय पर हम काम कर रहे हैं, उस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी काफी काम किया है। कुछ लोग कहने के धनी हैं और कुछ करने के। संत सनातन धर्म के साथ सारे विश्व को अपना परिवार मानता है। मंच महत्वपूर्ण नहीं है, काम ज्यादा महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री का आभार जिन्होंने पार्टी में जोड़ा। जिन्होंने बड़े-बड़े दावे किए वह दावे ही रहे। जबकि हकीकत में काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया। कहने से कोई गौ भक्त नहीं होता। ये काम करते हैं, पाखंड नहीं करते। धर्म को पाखंड की आवश्यकता नहीं होती है। अभी राजनीति में दिखावा और पाखंड भरा है। अच्छे काम बोलेंगे और हम डंके की चोट पर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।