जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से शारदीय नवरात्र में तीनों गायत्री शक्तिपीठों और एक दर्जन से अधिक चेतना केन्द्रों में सामूहिक जप किया जा रहा है। सभी केन्द्रों पर प्रतिदिन करीब तीन लाख गायत्री मंत्र का जाप किया जा रहा है। अलग-अलग स्थानों पर सैंकड़ों साधक जप कर रहे हैं।
गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में बुधवार को स्थानीय साधकों के साथ गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा के साधकों ने सामूहिक जप किया। इससे पूर्व मालवीयनगर और बसंत बहार महिला मंडल की महिलाओं ने सुबह सामूहिक जप कर सामूहिक रूप से सूर्य भगवान अघ्र्यदान किया। इसके बाद यज्ञशाला में सभी ने वेद मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दीं।
सामूहिक जप 9 से 12 बजे, दोपहर 2 से 4 बजे और शाम 6: 30 से 8 बजे तक चल रहा है। इसमें कोई भी शामिल हो सकता है। उधर, किरण पथ मानसरोवर के श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र में बुधवार को सौ से साधकों ने दो लाख गायत्री मंत्र का जाप किया। जप प्रभारी भोजराज पारीक ने बताया कि बुधवार तक अकेले इस केन्द्र में पांच लाख से अधिक जप हो चुके हैं। प्रतिदिन साधकों और जप की संख्या बढ़ रही है।
गायत्री परिवार राजस्थान के प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, वाटिका, कालवाड़ के अलावा सभी प्रज्ञा संस्थानों में शारदीय नवरात्र पर प्रतिदिन निशुल्क हवन हो रहा है। दुर्गापुरा स्थित चेतना केंद्र पर बुधवार को नवरात्रि अनुष्ठान के चौथे दिन साधकों ने पंच कुंडीय यज्ञ में आहुतियां अर्पित की। इससे पूर्व सभी ने जीवनी शक्ति बढ़ाने के लिए सामूहिक ध्यान किया। ध्यान के बाद सभी कल्याण की कामना के साथ सामूहिक जप किया। जप के बाद सैंकड़ों साधकों ने पंच कुंडीय यज्ञ में गायत्री और महामृत्युंजय महामंत्र के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां अर्पित की।
गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा की ओर से विकास नगर-ए के श्री राधा कृष्ण शिव मंदिर में तीन पारियों में हवन हुआ। लोगों को भारतीय संस्कृति के अनुसार सभी संस्कार मनाने पर जोर देते हुए हवन के साथ जन्मदिन संस्कार मनाया गया। महिला मंडल करधनी की ओर से कई स्थानों पर दीपयज्ञ के आयोजन हुए।