जयपुर। विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में है। इस दौरान टिकट वितरण प्रणाली से लेकर टिकट नहीं मिलने से नाराज दावेदारों को डैमेज कंट्रोल करने में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने गजब की नेतृत्व क्षमता और कुशल नेतृत्व प्रबंधन का परिचय दिया। यह पार्टी का कुशल फीडबैक ही हैं जिसके आधार पर केंद्रीय नेतृत्व ने लिस्ट जारी की है, जयपुर की अगर बात करें तो इस बार पार्टी ने जिताऊ और नए चेहरों पर दांव खेला है, पार्टी में जयपुर की प्रमुख हॉट सीटों पर बिलकुल नए चेहरों को टिकट देकर परिवर्तन का संदेश दिया है।
ब्राह्मण बहुल हवा महल सीट से जहां आचार्य बालमुकुंद आचार्य को टिकट देकर हिंदू और ब्राह्मण वोटर को साधने का प्रयास किया है, वहीं आदर्श नगर से रवि नय्यर जैसे बिल्कुल नए और स्थानीय उम्मीदवार को उतारकर पार्टी ने सभी को चौंका दिया है, स्वच्छ छवि और क्षेत्र में अच्छी पकड़ के कारण पार्टी इनकी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। वहीं अगर जयपुर की सबसे चर्चित सीटों में से एक किशनपोल विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक के सामने बिल्कुल नया चेहरा चंद्र मोहन बरवाड़ा को उतारकर बिलकुल साफ संदेश दिया है की पार्टी अब नए लोगों को मौका देकर अपनी जीत की राह आसान करेगी।
इसके अलावा विद्याधर नगर सीट से सांसद दिया कुमारी को उतारकर पार्टी ने परिवर्तन का नया आयाम स्थापित किया है, भले इस सीट से नरपत सिंह रजवी को टिकट नहीं मिलने से उनका विरोध झेलना पड़ा लेकिन पार्टी ने अपने अडिग फैसले से पार्टी के साथ जनता को भी परिवर्तन करने का आदेश दिया है, इसके अलावा सांसद राज्यवर्धन राठौड़ को झोटवाड़ा से उतारकर जीत की नई बयार बहाने के लिए तैयार है।
इसके अलावा सांसद से दिया कुमारी और राज्यवर्धन को एमएलए का चुनाव लड़ाकर पार्टी ने स्पष्ट रूप से जीत की नई स्क्रिप्ट लिख दी है। इसके अलावा गोपाल शर्मा जैसे वरिष्ठ पत्रकार को सिविल लाइंस से उतारकर पार्टी ने परिवर्तन और पारदर्शिता का परिचय दिया है। कहीं न कहीं देखें तो यह प्रदेश इकाई का जबरदस्त फीडबैक और कार्यकर्ताओं का कैंडिडेट पर भरोसा और जनता का मूड है जिसे सीपी जोशी ने अपने कार्यकुशलता से लिए गए फीडबैक को जानकर केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराया है जिसके कारण ही पार्टी इन उम्मीदवारों की जीत को निश्चित मान रही है।
टिकट लिस्ट में प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के बीच गजब का सामंजस्य दिखा है। अब बतौर अध्यक्ष सीपी जोशी की जिम्मेदारी बड़ी है, घोषित उम्मीदवार को हर हाल में जितवा कर खुद को सिद्ध करना है, अब देखना यह है की सीपी जोशी पार्टी की कितनी नैया पार लगाते पाते हैं।