बाजार में आठ हजार तरह के पटाखों की वैरायटी उपलब्ध

जयपुर। राजधानी जयपुर में दीपावली पर पटाखों की भी अलग-अलग वैरायटी बाजार में आ चुकी है। इस बार बाजार में आतिशबाजी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजार में नई-नई वैरायटी के पटाखे आए हैं। इसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए पटाखे उपलब्ध हैं। इस बार बाजार में आठ हजार तरह के पटाखों की वैरायटी मौजूद है। जिम हंटर पटाखे में दस तरीके की पेंसिल है। इसे छोटे बच्चे भी प्रयोग कर सकते हैं। वहीं फुलझड़ी में बच्चों के लिए बड़े साइज में अलग-अलग तरीके की वैरायटी की फुलझड़ी उपलब्ध है।

फायर वर्क संगठन एसोसिएशन ऑफ फायरवर्क आर्टिस्ट्स के अध्यक्ष जहीर अहमद ने बताया कि पुराने पटाखे ग्रीन पटाखे नहीं होते थे। ऐसे में बाजार में यह पटाखे आने बंद हो गए हैं। कंपनियों ने भी आगे से इसकी सप्लाई बंद कर दी है। अब सारी कंपनियां ग्रीन पटाखे ही बना रही है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार जो केमिकल कंपोजिशन तय किया गया है। उसी आधार पर कंपनियां भी पटाखे तैयार कर रही है और ग्रीन पटाखे ही मार्केट में आ रहे हैं। इस बार बाजार में सबसे ज्यादा स्काई शॉट वाले पटाखे पसंद किया जा रहे हैं। पहले मार्केट में फुलझड़ी और अनार का चलन था। लेकिन इस बार बच्चे भी इसे पसंद नहीं कर रहे। उन्हें फैंसी आइटम चाहिए। ऐसे में इसकी जगह पर स्काई शॉट ही पसंद कर रहे हैं, जो आसमान में जाकर रंग-बिरंगे सितारे बिखेरते हैं।

उन्होंने बताया कि राजधानी जयपुर में दौ सौ दुकान ऐसी हैं, जिनके पास स्थाई लाइसेंस है। यह दुकान बारह महीने चलती हैं। इसके अलावा शहर में कमिश्नर ऑफिस की तरफ से दीपावली के मौके पर करीब दो हजार अस्थाई दुकानों के लाइसेंस दिए गए हैं। अस्थाई लाइसेंस वाली दुकान पांच से सात दिन तक के लिए मान्य है। निर्धारित तिथि तक ही यह दुकान चलाई जा सकती है। दीपावली के मौके पर जयपुर अरबों का कारोबार होने की संभावना है।

पटाखे कर्नाटक और केरल से आते

जहीर अहमद ने बताया कि सारे पटाखे कर्नाटक और केरल से आते हैं। ज्यादातर पटाखे इको फ्रेंडली है। बच्चों के लिए स्काई स्क्रैपर नाम से हेलीकॉप्टर वाले पटाखे भी मौजूद हैं। इसके साथ ही कलरफुल बटरफ्लाई वाले पटाखे की भी डिमांड खूब हो रही है। बच्चों में पॉपुलर ड्रैगन वाले पटाखे की भी रेंज काफी सारी है। हाई-फाई, चीट पु गुंबा, क्रेजी किड जंपिंग फ्रॉग, मरकरी लाइट वाले पटाखे मौजूद है। सुतली बम में महाराजा वीआईपी, राजा वीआपी अवेलेबल है।

अलग-अलग कलर के अनार

पटाखा व्यवसायी ने बताया कि इस बार बाजार में एक रुपए से लेकर बीस हजार तक के पटाखे मौजूद हैं। पटाखों में बच्चों से लेकर बड़ों तक की पसंद की अलग-अलग वैरायटी मौजूद है। इनमें पिस्टल पटाखे के अलावा पॉपकॉर्न, पॉप पॉप, वाटर बम, मल्टी शॉट और कई तरीके की आतिशबाजी मौजूद हैं। साथ में अलग-अलग रंग के अनार भी मौजूद हैं।

बीस हजार का आइस ब्लास्टर पटाखा

बाजार में आइस ब्लास्टर पटाखे की भी खूब डिमांड है। इसकी कीमत बीस हजार रुपए है। इस पटाखे के एक बॉक्स में डबल राउंड शॉट्स हैं। एक बार में 248 शॉट्स होते हैं, जो 15 मिनट तक लगातार चलेगा। यह पटाखा 500 मीटर की हाइट पर जाकर फूटेगा। इसमें से चांद सितारे निकलते नजर आएंगे। साथ ही सुतली बम में महाराजा और वीआईपी काफी पॉपुलर है। इसकी कीमत 350 से शुरू होकर 1500 तक है। जो 2 इंच, 6 इंच और 8 इंच की साइज में मौजूद है।

बच्चों के लिए जी बुंबा काफी पॉपुलर

बच्चों के लिए पटाखों की बात करें तो जी बुंबा काफी पॉपुलर है। इसमें से चटर पटर की आवाज आती है। वहीं, पॉप पॉप भी बच्चों का पसंदीदा पटाखा है। इसके एक डिब्बे की कीमत 15 रुपए से शुरू है। मार्केट में इस बार सबसे ज्यादा कॉक, मरकरी और बेडीवेल के ब्रांड हैं।

हाथ में चलने वाले रॉकेट की युवाओं में सबसे ज्यादा डिमांड

बच्चों में पॉप पॉप और बटरफ्लाई की डिमांड ज्यादा है। वहीं, युवाओं को हाथ में चलने वाला रॉकेट सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है। इसकी खासियत है कि इसे हाथ में लेकर चलाया जा सकता है। जो युवाओं के रोमांच को बढ़ाता है। इस पटाखे से 288 शॉट्स निकलते हैं, जो 15 से 20 मिनट तक चलते हैं।

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