जयपुर। युवा यानी एक ताजगी… एक स्फूर्ति…एक जोश…। युवा कुछ भी कर गुजरने का माद्दा रखता है। निराशा-हताशा, तनाव, नशा, जल्दबाजी युवा की कभी पहचान नहीं रही। लेकिन गलाकाट प्रतियोगिता, आर्थिक हालात, बेरोजगारी, बुरे लोगों की संगति, सब कुछ जल्दी पाने की अंधी दौड़, प्यार में असफलता या तो युवाओं को निराशा के गर्त में डाल रही है या फिर अपराध की डगर पर चलने को मजबूर कर रही है।
इसी चिंता के निवारण के लिए राजस्थान युवा बोर्ड, युवा मामले और खेल विभाग, मोल्डिंग थॉट्स और यूनिसेफ के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर एक राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है।
इसका जिम्मा उठाया है राजस्थान युवा बोर्ड, युवा मामले और खेल विभाग के सचिव नीरज कुमार पवन ने। उनके दिशा-निर्देशन में इसकी कार्य योजना तैयार कर ली गई है। कॉलेज में चल रही परीक्षाओं और कंपीटिशन एक्जाम के चलते फिलहाल यह प्रशिक्षण ऑनलाइन होगा, बाद में जरूरत पडऩे पर इसे ऑफलाइन भी किया जाएगा।
वीक में एक दिन चार घंटे होगी काउसलिंग:
प्रसिद्ध लाइफ कोच और काउंसलर डॉ. नितिन सरस्वत 17 मई, 24 मई और 31 मई को सुबह 11 से अपराह्न 3 बजे तक ऑनलाइन सत्र में युवाओं से मुखातिब होंगे। युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर उन्हें तनाव मुक्त बनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में छात्र, शिक्षक और अभिभावक शामिल होंगे। इन तीनों के अलग-अलग सत्र होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक लाख से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है।