July 4, 2025, 10:07 pm
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प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति एवं अध्यक्ष आरटीडीसी ने विभागीय सेवाओं को ऑनलाइन करने के दिए निर्देश

जयपुर। प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति एवं अध्यक्ष आरटीडीसी राजेश यादव की अध्यक्षता में आयुक्त पर्यटन एवं प्रबंध निदेशक आरटीडीसी रुक्मणी रियाड़ की उपस्थिति में बुधवार को जयपुर स्थित पर्यटन भवन में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

प्रमुख शासन सचिव ने विभागीय योजनाओं / स्कीम्स के क्रियान्वयन व प्रगति,निर्माण कार्यों की प्रगति एवं केंद्र प्रवर्तित योजनाओं के क्रियान्वयन व प्रगति जैसे बिंदुओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि विभाग में जहां पद खाली है वहां कार्यबाधित न हो इस हेतु वैकल्पिक रूप से आउटसोर्स किया जाए। उन्होंने ​पर्यटन विभाग में 13 पर्यटन अधिकारी 20 सहायक पर्यटन अधिकारी के पदों व अन्य विभिन्न पदों को वैकल्पिक व्यवस्था से भरने के निर्देश दिए।

पर्यटन अधिकारियों की आवश्यकता अनुरूप हो नियुक्ति —

प्रमुख शासन सचिव पर्यटन को एक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से निदेशालय और अधीनस्थ कार्यालयों का विवरण देते हुए बताया गया कि वर्तमान में पर्यटन विभाग का एक निदेशालय और अधीनस्थ कार्यालय और 04 क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय 15 पर्यटक स्वागत केन्द्र ,14 पर्यटक सूचना केन्द्र 14 हैं।

राज्य के बाहर 01 पर्यटक स्वागत केन्द्र तथा 4 पर्यटक सूचना केन्द्र स्थापित हैं। विभाग के लिए 269 पद स्वीकृत हैं जिनमें 162 पदों पर कार्मिक कार्यरत हैं तथा 107 कार्मिकों के पद रिक्त हैं। इस पर प्रमुख शासन सचिव ने निर्देश दिए कि पर्यटन अधिकारियों की आवश्यकता अनुरूप नियुक्ति की जावें, ताकि विभागीय कार्य बाधित न हो और उनकी उत्पादकता में भी वृद्धि हो। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारियों के ​स्किल और योग्यता का बेहतर किया जाना सुनिश्चित हो।

प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने राजस्थान फिल्म पॉलिसी ड्राफ्ट, राजस्थान टूरिज्म पॉलिसी 2025 ड्राफ्ट और राजस्थान एडवेंचर टूरिज्म प्रमोशन स्कीम 2025 के ड्राफ्ट पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने उक्त सभी पॉलिसीज पर तत्परता से विभागीय कार्यवाही कर, अन्तिम रूप प्रदान किया जाने तथा सक्षम स्तर पर नियमानुसार अनुमोदित करवाने की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करने के निर्देश दिए।

आईटी शाखा के कार्यो की समीक्षा

प्रमुख शासन सचिव विभागीय आईटी शाखा के कार्यो की समीक्षा करते हुए, बेहतर कार्य किए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग की सेवाओं को ऑनलाइन करने का काम किया जाए।

इज ऑफ डूइंग बिजनेस एवं वन स्टॉप शॉप (राजनिवेश) —

यादव ने इज ऑफ डूइंग बिजनेस एवं वन स्टॉप शॉप (राजनिवेश ) योजना पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।

राजस्थान आने वाले पर्यटकों का डेटा किया जाए कलेक्ट —

प्रमुख शासन सचिव ने राज्य में आगन्तुक पर्यटकों के आगमन का डेटा व्यवस्थित रूप से संकलित करने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए यहां राज्य के रेल्वे स्टेशन्स पर आने वाले यात्रियों, टोल प्लाजा से गुजरने वाले यात्रियों और बस अड्डों से पर उतरने वाले यात्रियों का डेटा नियमित रूप से कलेक्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उपायों से राज्य में आने वाले पर्यटकों आकड़े नियमित रूप से अपडेटेड रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई सॉफ्टवेयर अथवा मोबइल ऐप भी विकसित किया जा सकता है।

मेले उत्सवों की सम्पूर्ण जानकारी की हो पर्यटन मेला उत्सव बुक —

प्रमुख शासन सचिव पर्यटन कला एवं संस्कृति राजेश ने विभागीय मेले उत्सवों के आयोजन पर चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि मेले उत्सवों की सम्पूर्ण जानकारी देने वाली पर्यटन मेला उत्सव बुक भी विभाग की ओर से प्रकाशित हो तो यह पर्यटकों के बहुत उपयोगी हो सकती है।

प्रमुख शासन सचिव पर्यटन कला एवं संस्कृति को जानकारी दी गई कि वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सास्की योजनान्तर्गत दिनांक 26.11.2024 को स्वीकृत दो प्रोजेक्ट आमेर-नाहरगढ़ के आसपास के क्षेत्र का विकास (राशि रूपये 49.31 करोड़) और जल महल क्षेत्र का विकास (राशि रूपये 96.61 करोड़) है।

जिसमें वित्त मंत्रालय, भारत सरकार की स्वीकृति दिनांक 26.11.2024 के द्वारा राशि रूपये 145.92 करोड़ के 2 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत कर प्रथम किश्त (प्रोजेक्ट की की कुल स्वीकृत राशि का 66 प्रतिशत) राशि रूपये 9630.72 लाख वित्त विभाग को निर्मुक्त की जा चुकी है। उक्त प्रोजेक्टों के लिये राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा मैसर्स M/S Foreinfra Private Limited को कंसलटेंट नियुक्त किया गया है। प्रोजेक्ट में जोरावर सिंह गेट से आमेर पार्किंग तक सड़क के कोरिडोर / सोन्दर्यकरण कार्ये हेतु कार्यकारी एजेंसी नगर निगम हैरिटेज, जयपुर नियुक्त है।

सासकी कार्यों के लिए एजेन्सी शीघ्र डीपीआर करें प्रस्तुत —

प्रमुख शासन सचिव ने निर्देश दिए एजेन्सी शीघ्र डीपीआर बनाकर प्रस्तुत करें ताकि योजना के तहत कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण करवाकर निर्धारित बजट का सदुपयोग किया जा सके। इससे उक्त स्थलों के सौन्दर्य में निखार आएगा और पर्यटन सुविधाएं विकसित होंगी। जिससे जयपुर के इन आईकोनिक स्थलों पर पर्यटकों का फुटफॉल बढ़ेगा।

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