जयपुर। सावन का पहला सोमवार तीन विशेष संयोग लेकर आया और तीन संयोग के बीच ही श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का अभिषेक किया। वहीं पहला सोमवार पर दिन भर रिमझिम बारिश भी रुक -रुक कर भोलेबाबा का अभिषेक करती हुई नजर आई। सावन के पहले सोमवार पर शहर के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और सभी बारी-बारी से भोले बाबा का जल अभिषेक करते हुए नजर आए।
वहीं तीर्थं नगर गलता जी में भी कावडियों की धूम रहीं और सैकड़ों की संख्या में कावडिय हर -हर महादेव के जयकारे लगाते हुए नजर आए।कावड़िय यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन काफी सख्य नजर आया। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि प्रथम सोमवार को घनिष्ठा नक्षत्र, आयुष्मान योग और मासिक गणेश चतुर्थी का दुर्लभ संयोग बना। ऐसे में भक्तों ने भगवान शिव और गणपति की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धाभाव से अभिषेक-पूजन किया।
तीर्थं नगरी गलता जी
राजधानी जयपुर की प्रसिद्ध तीर्थं नगरी गलता जी में सावन के पहले सोमवार पर कांवड़ियों का जमावड़ा रहा। जो देर रात को गलता जी पहुंच गए। अल सुबह तीन बजे कांवड़ियों ने स्नान करने के बाद जल लेकर शहर के विभिन्न शिवालयों के लिए हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों के साथ रवाना हुए। इसी बीच पुलिस प्रशासन भी तीर्थं नगर गलता जी में काफी सख्ती के साथ नजर आया।
किसी भी तरह की कोई अनहोनी और उपद्रव ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन जगह -जगह पर मौजूद रहा। चारदीवारी में कावड़ यात्राओं के पहुंचने पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। दोपहर को कॉलोनियों के शिव मंदिरों में कावड़ जल से भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। सभी शिवालयों शाम को भगवान भोलेनाथ का फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। कई शिवालयों में कोलकाता, बेंगलुरु सहित अन्य शहरों तथा विदेशों से मंगाए फूलों से भोलेनाथ का मनभावन श्रृंगार किया गया। रात्रि को भजन संध्याओं का आयोजन किया गया। कलाकारों ने भजनों से भगवान भोलेनाथ का गुणगान किया।
लक्ष्मण डूंगरी
खोले के हनुमान मंदिर के पास स्थित लक्ष्मण डूंगरी मंदिर में सावन के पहले सोमवार को हजारों कि संख्या में श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का विभिन्न सुगंधित द्रव्यों से भोले बाबा का अभिषेक किया। इसी के साथ भक्तों ने दुध, बेलपत्र,धतूरा,भांग आदि अर्पित किए। अल सुबह से भी भोले के भक्त लंबी कतार में लग कर अपनी बारी आने का इंतजार करते नजर आए। इसी के साथ दिल्ली बाईपास स्थित रंगीता महादेव मंदिर में भी भोले के भक्तों की लंबी कतार नजर आई। यहां भी श्रद्धालु ने बारी -बारी से भोलेनाथ का जल,दुध, इत्र,गंगा जल,बेलपत्र , धतूरे,भांग भोले बाबा को अर्पित की।
चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर
ताड़केश्वर महादेव मंदिर में अल सुबह से ही भोले बाबा के जल अभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया। सभी भक्तगण अपनी-अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे और कतार में लग कर सभी ने भोले नाथ का जलाभिषेक कर आंक,धतूरे,रुद्राक्ष की माला,भस्म आदि अर्पित किए।
मंदिर महंत शक्ति व्यास ने बताया सावन के पहले सोमवार को 31 सौ किलो आम से मंदिर परिसर की सजावट की गई। अल सुबह 3 बजे 151 किलो गाय के घी से भोले बाबा का अभिषेक कर उन्हे पंचामृत से स्नान कराया गया। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने शाम 4 बजे तक बाबा का जल अभिषेक किया। जिसके पश्चात महादेव का आम से श्रृंगार किया गया।
झारखंड महादेव मंदिर
वैशाली नगर के झाड़खंड महादेव मंदिर में सोमवार अल सुबह तीन बजे श्रद्धालु भोलेनाथ का अभिषेक करने पहुंच गए। जहां पर मंगल आरती के बाद सबसे पहले कांवड़ियों ने जलभिषेक किया। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने कतार में लग कर बारी-बारी से भोले नाथ को जल अर्पित किया। सावन के पहले सोमवार को 2 क्विटल देशी- विदेशी फूलो से फूल बंगला सजाया गया।
मंदिर समिति के सदस्य प्रकाश सोमानी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार को अल सुबह से भक्तों का तांता लग गया और सुबह तीन बजे से भी श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश कर लिया। शाम 4 बजे तक हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भोले बाबा का अभिषेक किया। भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार कर महा आरती की गई।
महिलाओं ने पहनी लहरिया साड़ी
सावन के पहले सोमवार को महिलाओं ने लहरिया साड़ी और सूट पहनकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। विभिन्न संगठनों, संस्थाओं की महिलाओं ने एक ही रंग की लहरिया साड़ी पहनकर सामूहिक रूप से पहला वन सोमवार मनाया। दोपहर बाद सामूहिक रूप से बगीचे में व्रत खोला।
गंगेश्वर महादेव मंदिर में सजी भव्य फूलों की झांकी
गंगवाल पार्क स्थित प्राचीन गंगेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण के प्रथम सोमवार को फूलों की विशेष झांकी सजाई गई। इस मौके पर पंचामृत,गंगाजल और पंचमेवे से शिव परिवार का अभिषेक किया गया और भांति-भांति के भोग अर्पण किए गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ प्राप्त किया।
गंगवाल पार्क नागरिक विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. अनन्त शर्मा, उपाध्यक्ष विवेकानंद गोस्वामी, आचार्य पंडित निर्मल शर्मा, कैलाश कुमावत और अच्युत शर्मा सहित वरिष्ठ पदाधिकारी एवं गणमान्य लोगों ने भोलेनाथ की आरती उतारी।
विकास समिति के मंत्री हर्ष भाटी ने बताया कि श्रावण मास में मंदिर में लगातार विभिन्न आयोजन किए जाएंगे। सहस्त्र घट का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मंदिर का स्थापना दिवस पाटोत्सव के रूप में समारोह पूर्वक मनाया जाएगा। इस अवसर पर संकट हरण हनुमान जी, माँ अम्बे, राधा कृष्ण एवं सीता-राम जी का भी विशेष श्रृंगार किया गया और उनकी अर्चना की गई।