जयपुर। यह नर्सिंग कैंपस में आयोजित होने वाला पहला कार्यक्रम था, कॉलेज की फैकल्टी को-ऑर्डिनेटर- श्रीमती उषा जी ने साझा किया कि छात्र 5 दिनों में हुए परिवर्तन से बहुत खुश और उत्साहित हैं। चिकित्सा पृष्ठभूमि से होने के कारण उन्होंने कार्यक्रम में सीखी गई श्वास तकनीक सुदर्शन क्रिया, प्राणायाम और ध्यान की और भी अधिक सराहना की। ऐसी तकनीकों से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका सीधा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रतिभागियों ने साझा किया कि उनकी नींद की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, वे बेहतर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम हैं और आत्मविश्वास का स्तर बेहतर है। कार्यक्रम का लक्ष्य न केवल आंतरिक शांति बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और जुड़ाव की भावना के साथ बाहरी उत्कृष्टता और गतिशीलता है। कार्यक्रम का संचालन आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ प्रशिक्षक विवेक अग्रवाल तथा सुविधा मल्होत्रा ने किया ।

आरयूएचएस डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सोनाली शर्मा छात्रों के लिए कल्याण गतिविधियों का समन्वय करती हैं और प्रबंधन के सहयोग से कार्यक्रम छात्रों की जोरदार भागीदारी के साथ संपन्न हुआ। पिछले साल आर्ट ऑफ लिविंग ने आरयूएचएस के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे, जहां डॉ. सुधीर भंडारी जी ने जयपुर एसएमएस इनडोर स्टेडियम में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर की उपस्थिति में एमओयू का आदान-प्रदान किया था ।