जयपुर। मणिपाल हॉस्पिटल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.अंशुल कुमार गुप्ता ने कहा कि हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन हार्ट, ब्रेन और किडनी को गंभीर क्षति पहुंचाता है। यह कोरोनरी आर्टरी डिजीज के रोगियों के लिए साइलेंट किलर है। हाइपरटेंशन कोरोनरी आर्टरी की परतों को भी नुकसान पहुंचाता है।
विश्व हाइपरटेंशन डे पर उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ की थीम भी इस बार यही है कि अपने रक्तचाप को मापें, इसे नियंत्रित करें, अधिक समय तक स्वस्थ जीवन जियें। उन्होंने कहा कि बीपी नापने के लिए आजकल कई जर्ने स्मार्ट वॉच का सहारा ले रहे हैं। एक छोटा सा दिखने वाला डिवाइस दिन भर के ब्लड प्रेशर को नापने में आपकी मदद जरूर करता है लेकिन हाइपरटेंशन के रोगियों को सटीक जांच के लिए डॉक्टर से ही बीपी जांच करवानी चाहिए।
कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है कि रिस्ट वॉच के आंकड़ों पर विश्वास नहीं किया जा सकता। इलाज के दौरान चिकित्सकीय उपकरणों में आए आंकड़ों से ही इलाज किया जाता है। ब्लड प्रेशर का एक मोटा आकलन करने तक ही स्मार्ट वॉच से बीपी नापना ठीक है।
बीपी नापतें समय रखें ध्यान
विश्व हाइपरटेंशन डे पर डॉक्टर ने बताया कि बीपी नापने से पहले पांच मिनट आराम करें। आधे घंटे पहले स्मोकिंग या कैफीन युक्त कोई तरलु पदार्थ लिया है तो रीडिंग गलत आ सकती है। ब्लड प्रेशर की सही जांच के लिए डॉक्टर को दो-तीन बार ब्लड प्रेशर मापने की रिक्वेस्ट करें। उसके बाद उनका औसत देखें। कुर्सी पर सहारा लेकर रोगी को बिठाएं और हाथ को सीने के स्तर तक लाकर बीपी नायें।