जयपुर। पिंकसिटी प्रेस क्लब में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को अभिव्यक्ति की आजादी और चुनौतियाँ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र बोडा, नारायण बारेठ और महेश शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त किए।
वक्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र की आधारशिला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और इसके बिना स्वस्थ समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने चिंता जताई कि वर्तमान समय में मीडिया पर कई तरह के दबाव हैं। राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक दबाव है जो पत्रकारिता की निष्पक्षता को प्रभावित कर रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र बोडा ने कहा कि पत्रकारों को सच्चाई के साथ खड़े रहने की आवश्यकता है। मीडिया के समक्ष बड़ी चुनौतियां है, आम जनता से दूरी हो गईं। सिस्टम के खिलाफ लिखने पर कार्यवाही की जाती है। ऐसे में हमें अभिव्यक्ति की आजादी के साथ ही पत्रकारिता को जिंदा रखना होगा।
वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ ने कहा कि पत्रकारों के सामने आज विकट परिस्थितियां है। पत्रकारों की स्वतंत्रता छिन चुकी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को अभिव्यक्ति की आजादी के साथ अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए। देश में वर्ष 2014 से 24 तक 28 पत्रकारों की हत्या हुई। पत्रकारों को माफिया, आपराधिक तत्वों से सामना करना पड रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी पर पूरी तरह प्रतिबंध सा लग गया है। उन्होंने सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और इससे जुड़े फेक न्यूज के खतरों पर प्रकाश डाला।
वरिष्ठ पत्रकार महेश शर्मा ने पत्रकारिता में नैतिकता और जिम्मेदारी के महत्व पर बल देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग संयम और विवेक के साथ किया जाना चाहिए। लोकतंत्र में सहमति और असहमति दोनों को स्वीकार करने की जरूरत है। किसी भी व्यक्ति, धर्म या राष्ट्र की आजादी को हमारी कलम बाधित नहीं करें किंतु समाज में हो रहे अत्याचार के विरुद्ध लिखना हमारा मौलिक अधिकार है।
प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष एल एल शर्मा ने पत्रकारों की हेल्थ स्कीम आरजेएचएस में आ रही अड़चन व ज्वलंत मुद्दो पर विचार व्यक्त किया। वरिष्ठ पत्रकार गिरिराज अग्रवाल ने लघु एवं मध्य समाचार पत्रों पर लागू विज्ञापन नीति में पत्रकारिता के मूल्य को जिंदा रखने के साथ डिजिटल मीडिया पर अपनी बात रखी । वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब के पूर्व महासचिव ललित शर्मा, रोशन लाल शर्मा ने अभिव्यक्ति की आजादी, पत्रकार और प्रबंधन को लेकर विचार रखें।
प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेश मीणा ने कहा कि क्लब प्रबंध कार्यकारिणी ने निर्णय किया है कि इस तरह की विचार गोष्ठी पूरे वर्षभर आयोजित करेंगे। वरिष्ठ पत्रकारों का अनुभव युवा पत्रकारों को मिले और पत्रकारों की समस्याओं को लेकर सार्थक कदम उठाए जाएंगे। क्लब महासचिव मुकेश चौधरी ने सभी को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष मोनिका शर्मा, ओमवीर भार्गव, दिनेश सैनी, दीपक सैनी, निखलेश शर्मा, विकास आर्य, पूर्व अध्यक्ष राधारमण शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष कानाराम कड़वा, वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण शर्मा, सुरेन्द्र जैन पारस, शशिमोहन शर्मा, सत्येन्द्र शुक्ला, बड़ी संख्या में पत्रकार, मीडिया प्रतिनिधि और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित रहे।