जयपुर। राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियानों और व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रमों के कारण राज्य में साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण देखने को मिल रहा है। पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम राजस्थान जयपुर के कार्यालय के अनुसार साइबर धोखाधड़ी से संबंधित धन राशि में उल्लेखनीय कमी आई है,जबकि होल्ड—रिफंड की राशि में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 और व्हाट्सएप साइबर हेल्पलाइन नंबर 9256001930, 9257510100 की शुरुआत के साथ-साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जारी एडवाइजरी के चलते आमजन में साइबर जागरूकता बढ़ी है। इसी का परिणाम है कि लोग या तो साइबर अपराधों का शिकार होने से बच पा रहे हैं या तुरंत रिपोर्टिंग के कारण त्वरित कार्रवाई संभव हो पा रही है।
एसपी सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) के आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर वर्ष 2024 और 2025 के पहले 6 महीनों की तुलनात्मक रिपोर्ट निम्न है:
रिपोर्ट की गई कुल शिकायतें: 2024 में 53,975 से बढ़कर 2025 में 54,879 हो गईं। दर्ज एफआईआर : 2024 में 250 से घटकर 2025 में 132 हो गईं। रिपोर्ट की गई राशि (करोड़ों में): 2024 में 354.66 करोड़ से घटकर 2025 में 328.64 करोड़ हुई। होल्ड/फ्रीज की गई राशि (करोड़ों में): 2024 में 43.93 करोड़ से बढ़कर 2025 में 66.58 करोड़ हो गई है।
एसपी सिंह ने बताया कि इन आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि वर्ष 2024 और 2025 के पहले 6 महीनों की तुलना में साइबर अपराधों में शामिल कुल धनराशि में लगभग ₹26 करोड़ की कमी आई है। वहीं, बैंक/पेमेंट पोर्टल पर होल्ड/ अकाउंट फ्रीज की गई राशि में लगभग 23 करोड़ की वृद्धि हुई है। यह दर्शाता है कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ठगी गई राशि को रोकने और वापस दिलाने में बड़ी सफलता मिल रही है।
राजस्थान पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम घटना होने पर तुरंत इसकी सूचना दें। यह सफलता राजस्थान पुलिस की साइबर सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और प्रभावी कार्रवाई का परिणाम है, जिससे राज्य में साइबर अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिल रही है।
जयपुर। राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की सूचना पर जयपुर के जालूपुरा थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक कोरियर पार्सल जब्त किया है, जिसमें बड़ी संख्या में अवैध मोबाइल सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंक पासबुक जैसी संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। यह पार्सल महाराष्ट्र भेजा जा रहा था और माना जा रहा है कि इसका इस्तेमाल अपराधिक गतिविधियों में किया जाना था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ) दिनेश एमएन के निर्देशन और उप पुलिस महानिरीक्षक योगेश यादव व सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत ने किया।
एडीजी एमएन ने बताया कि एजीटीएफ से मिली विशेष सूचना के आधार पर जालूपुरा थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस को जानकारी मिली थी कि पोलोविक्ट्री स्थित जैन पार्श्वनाथ ट्रेवल्स से एक संदिग्ध पार्सल नागपुर भेजा जा रहा है। जिसमें अवैध सिम और एटीएम कार्ड हो सकते हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत ट्रेवल्स पर दबिश दी। ट्रेवल्स कर्मचारी बलवंत सिंह बैढ़ा ने बताया कि पार्सल “विजय सण्डे नागपुर” के नाम से बुक किया गया था और बस खराब होने के कारण अभी वहीं रखा है। भेजने वाले ने इसे मकान की रजिस्ट्री के कागजात बताया था।
करोड़ों की ठगी का अंदेशा,पुलिस जांच जारी
स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में जब पार्सल खोला गया तो पुलिस टीम हैरान रह गई। पार्सल के अंदर एक कैरी बैग में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तीन असली सेविंग बैंक पासबुक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के तीन रुपये डेबिट कार्ड और इंडियन ओवरसीज बैंक के छह क्लासिक डेबिट प्रीपेड कार्ड रूपये मिले। इसके अलावा चार मोबाइल सिम के खाली रैपर कार्ड और विभिन्न बैंकों की निर्देशिका पुस्तिका वाले लिफाफे भी जब्त किए गए।
पुलिस को संदेह है कि गरीब और सीधे-सादे लोगों के नाम पर फर्जी बैंक खाते, सिम डेबिट कार्ड जारी कराये गये है। जिनका इस्तेमाल अपराधिक गतिविधियों और साइबर ठगी में किया जा रहा था। यह एक बड़े क्राइम सिंडिकेट का हिस्सा हो सकता है।
इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस ने सभी जब्त दस्तावेजों और ट्रेवल्स की मूल बिल्टी को जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। इस रैकेट के पीछे कौन है और यह कितने बड़े पैमाने पर फैला हुआ है, इसकी विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस अब इस रैकेट के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल और मोबाइल नंबरों के आधार पर गहन जांच में जुटी है।
इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल हेमंत शर्मा (जिनकी सूचना पर यह कार्रवाई की गई), उपनिरीक्षक प्रताप सिंह, सहायक उप निरीक्षक बनवारी लाल, हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, महावीर, देवेंद्र, कांस्टेबल गंगाराम, गोपाल धाबाई, विजय सिंह और जितेंद्र कुमार के साथ थाना जालूपुरा की उपनिरीक्षक माया मीणा और उनकी टीम का भी विशेष योगदान रहा।
जयपुर। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार के निर्देशन में इन दिनों कई बड़ी-बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दिया जा रहा है। राजस्थान पुलिस की सीआईडी क्राइम ब्रांच राजस्थान ने अवैध गतिविधियों और संगठित अपराधों के खिलाफ अपनी मुहिम में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध दिनेश एम एन के नेतृत्व में एक ऐसे शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है जो यूएसए से आयातित उच्च गुणवत्ता वाले कोयले (पेटकॉक) में मिलावट कर रहा था। इस गोरखधंधे से सीमेंट और स्टील फैक्ट्रियों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया जा रहा था।
ऐसे चल रहा था करोड़ों का ‘कोयला’ खेल
एडीजी एमएन ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम को पिछले कुछ समय से यूएसए से आयातित उच्च गुणवत्ता वाले कोयले (पेटकॉक) की चोरी की सूचनाएं मिल रही थीं। मुखबिरों से मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के कुछ कोयला माफियाओं ने पिण्डवाड़ा-आबूरोड नेशनल हाईवे 27 पर भुजेला स्थित तुलसी होटल के पीछे एक बंद पड़ी फैक्ट्री किराए पर ले रखी थी। ये शातिर अपराधी ट्रक ड्राइवरों को मोटी रकम का लालच देकर उनके ट्रकों से 5 से 10 टन शुद्ध विदेशी कोयला निकलवा लेते थे और उसकी जगह उतनी ही मात्रा में नकली कोयला पाउडर डस्ट मिला देते थे। चोरी किए गए इस बेशकीमती कोयले को गिरोह द्वारा छोटी औद्योगिक इकाइयों को बेचकर लाखों रुपये की अवैध कमाई की जा रही थी।
छापेमारी और चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध योगेश यादव के समन्वय और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम वर्मा के सुपरविजन में हेड कांस्टेबल रमेश कुमार की सूचना पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक फूलचंद टेलर और पुलिस निरीक्षक रामसिंह ने किया।
टीम ने थाना रोहिडा सिरोही को सूचित कर यह कार्रवाई कराई। पुलिस में भुजेला हाईवे स्थित तुलसी होटल के पीछे की फैक्ट्री परिसर में धावा बोला। मौके से पुलिस ने दो ट्रक, एक लोडर, एक डोजर मशीन और कोयले से भरे ट्रक की सील तोड़ने का सामान जब्त किया।
रोजाना कर रहे थे लाखों की कमाई
इस कार्रवाई के दौरान इरफान (32) निवासी राधनपुर जिला पाटन गुजरात को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी इरफान ने जो खुलासा किया, वह बेहद चौंकाने वाला था। उसने बताया कि वे ट्रक ड्राइवरों से 5-7 हजार रुपये प्रति टन के हिसाब से कोयला खरीदते थे और ट्रक में नकली डस्ट कोयला मिलाकर आगे भेज देते थे। इस तरह वे प्रतिदिन लगभग 15-20 टन कोयले की चोरी कर रहे थ। जिससे उन्हें रोजाना लगभग 1 से 1.5 लाख रुपये की मोटी कमाई हो रही थी।
सफल कार्यवाही में शामिल प्रमुख टीम के सदस्यों में पुलिस उपाधीक्षक फूलचन्द टेलर, पुलिस निरीक्षक रामसिंह नाथावत, सहायक उपनिरीक्षक बनवारीलाल, दुष्यन्त सिंह, हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, शाहीद अली, राकेश कुमार, रमेश कुमार, हेमन्त शर्मा, महावीर, कांस्टेबल महेंद्र सिंह, कांस्टेबल चालक राजेश कुमार, पुलिस निरीक्षक रेन्ज सैल उदयपुर हिमांशु सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल हिम्मत सिंह, थानाधिकारी रोहिड़ा माया पण्डित, हेड कांस्टेबल देवाराम, कांस्टेबल शंकरलाल, रमेश कुमार और चालक कांस्टेबल मोरमुकुट शामिल थे। हेड कांस्टेबल रमेश कुमार की सूचना इस कार्रवाई में निर्णायक साबित हुई।
जयपुर। माणक चौक थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दुपहिया वाहन चुराने वाले एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक चोरी की बाइक भी बरामद की है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है।
जयपुर उत्तर की पुलिस उपायुक्त राशि डोगरा डूडी ने माणक चौक थाना पुलिस ने दुपहिया वाहन चुराने वाले एक शातिर चोर मोहम्मद इरफान उर्फ पप्पू निवासी नाहरगढ़ जयपुर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित नशे का आदी है और चोरी के वाहनों के पार्ट्स खोलकर उन्हें अलग-अलग स्थानों पर बेच देता है।
पुलिस को उसके खिलाफ पहले से भी चोरी की वारदातों में लिप्त होने की आशंका है। पूछताछ के दौरान और भी चोरियों का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
Union Minister Gajendra Singh Shekhawat will participate in IHHA Annual Convention
जयपुर। इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के प्रतिनिधियों ने भारत सरकार के पर्यटन मंत्री, गजेंद्र सिंह शेखावत को आगामी एनुअल कन्वेंशन और एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में आमंत्रित करने के लिए भेंट की। इस आमंत्रण पर मंत्री गजेंद्र सिंह ने 7 सितंबर को सुबह कार्यक्रम में भाग लेने की पुष्टि की है। यह कार्यक्रम इस वर्ष 5 से 8 सितंबर तक जयपुर स्थित कासल कानोता में आयोजित किया जाएगा।
मुलाकात के दौरान आईएचएचए के महासचिव, कैप्टन गज सिंह अलसीसर; पृथ्वी सिंह कानोता, दीपराज भरतपुर, शत्रुंजय देवगढ़, अभिमन्यु अलसीसर, भृगु देवगढ़ उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि वर्ष 1990 में गठित आईएचएचए, स्वतंत्रता के बाद पहला संगठन है, जो हेरिटेज होटलों को संरक्षित और पुनर्जीवित करके हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। भारत की समृद्ध, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्किटेक्चरल हेरिटेज को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से इसके द्वारा पहला एनुअल कन्वेंशन 21 और 22 सितम्बर 2012 को रणथम्भौर में आयोजित किया गया था। जिसके पश्चात, यह प्रत्येक वर्ष नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है। पिछले वर्ष यह पहली बार था जब राजस्थान के बाहर किसी अन्य राज्य, तमिलनाडु में आईएचएचए एजीएम और कन्वेंशन का आयोजन किया गया।
यह उल्लेखनीय है कि पैन इंडिया कुल 206 हेरिटेज होटल्स हैं, जिसमें से करीब 140 हेरिटेज होटल्स राजस्थान में हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि “भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के सारे जंगल उद्योगपति गौतम अडानी को समर्पित कर दिए हैं। पैसा, कानून और एनजीटी के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए जंगलों को तबाह किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका जमकर विरोध कर रहे हैं और इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने वाले थे लेकिन उससे पहले ही उनकी आवाज दबाने की कोशिश करते हुए उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके परिवार को इसकी सजा दी जा रही है।
वाड्रा ने कहा कि भाजपा इस तरह के हथकंडे अपनाती रहती है लेकिन कांग्रेस के लोग इससे डरने वाले नहीं है और वे इसका विरोध करते रहेंगे। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता बघेल जी के साथ मजबूती से खड़ा है। प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि यह एक “राजनीतिक साजिश” है और इसे सच को दबाने और विपक्ष को डराने की कोशिश है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा,“ पिछले11 वर्षों में देश अच्छी तरह समझ चुका है कि ये जनता की आवाज को कुचलने और विपक्ष को दबाने के तरीके हैं। लेकिन ऐसे हथकंडों से सच को दबाना और विपक्ष को डराना नामुमकिन है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता बघेल जी के साथ मजबूती से खड़ा है।”
Vivekanand Global University has proved its excellence in the field of education
जयपुर। एनएएसी ए+ (NAAC A+) मान्यता प्राप्त और क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2025 में 681-700 बैंड में स्थान प्राप्त करने वाली विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर ने इंडिया टुडे रैंकिंग्स 2025 में भी शानदार प्रदर्शन कर एक बार फिर शिक्षा जगत में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय स्थान प्राप्त किए हैं।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं वाणिज्य संकाय को बी.कॉम में राजस्थान में 7वाँ स्थान प्राप्त हुआ, जबकि मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकाय ने बी.ए. में राज्य स्तर पर 5वाँ स्थान हासिल किया। प्रबंधन संकाय को बीबीए में 9वीं रैंक प्राप्त हुई है। वहीं, होटल प्रबंधन संकाय ने राजस्थान में 4वाँ और पूरे भारत में 65वाँ स्थान प्राप्त कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
बेसिक एप्लाइड साइंसेज संकाय को बीएससी में राजस्थान में 7वीं रैंक मिली है, जबकि कंप्यूटर साइंस एप्लिकेशन संकाय ने बीसीए में राज्य में 11वाँ स्थान प्राप्त किया है। ये उपलब्धियाँ विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, उद्योग से जुड़ाव और समग्र विकास पर केंद्रित दृष्टिकोण का प्रमाण हैं।
इसके अतिरिक्त, कानून संकाय को राजस्थान में 4वाँ और भारत में 66वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। पत्रकारिता और जनसंचार संकाय को भारत में 51वाँ और राजस्थान में 2रा स्थान प्राप्त हुआ, जो इसकी राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है। डिज़ाइन संकाय को फैशन डिज़ाइन में भारत में 45वाँ और राजस्थान में 5वाँ स्थान मिला है।
सबसे उल्लेखनीय, आर्किटेक्चर और प्लानिंग संकाय को भारत में 36वाँ और राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इन रैंकिंग्स से विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी की अकादमिक उत्कृष्टता, उद्योग-संलग्न पाठ्यक्रमों और छात्रों के समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है।
विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी (VGU), जयपुर ने क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2025 में अपनी शीर्ष रैंकिंग के साथ, राजस्थान की सबसे युवा एनएएसी ए+ मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी के रूप में पहचान बनाई है। एनईपी आधारित पाठ्यक्रम, 1 करोड़ तक का उच्चतम प्लेसमेंट पैकेज, और 700+ ग्लोबल प्लेसमेंट इसे उत्तर भारत की सबसे तेजी से बढ़ती यूनिवर्सिटी बनाते हैं।
वीजीयू न केवल शिक्षा में बल्कि स्टार्टअप्स, सरकारी चयन, और खेल के क्षेत्र में भी अग्रणी है—अब तक 123+ सफल स्टार्टअप्स, 3 यूनिकॉर्न बिल्डर्स, और 500+ सरकारी चयन इस बात के गवाह हैं। विश्वविद्यालय के 14 विभागों, 150+ कोर्सेस, और 500+ अनुभवी फैकल्टी के साथ छात्र उच्च गुणवत्ता वाली बहु-विषयी शिक्षा प्राप्त करते हैं।
एनसीसी (आर्मी, एयरफोर्स, नेवी एनएसएस, और 20+ सक्रिय क्लब, छात्रों के समग्र विकास और वाइब्रेंट कैंपस लाइफ को बढ़ावा देते हैं। साथ ही, 2500+ रिसर्च पब्लिकेशन, और 350+ पेटेंट वीजीयू की शोध और नवाचार में अग्रणी भूमिका को दर्शाते हैं।
Madhya Pradesh becomes a global tourism destination, here you can find "everything you want": AMD Mukherjee
जयपुर। मध्य प्रदेश और राजस्थान के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने तथा मध्य प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा शुक्रवार, 18 जुलाई को जयपुर के जय महल होटल में रोड शो का आयोजन किया गया।
यह रोड शो मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट (अक्टूबर 2025) और रीवा (26 एवं 27 जुलाई 2025), ग्वालियर (अगस्त 2025) एवं इंदौर (सितंबर 2025) में होने वाले रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की पूर्व तैयारियों के दृष्टिगत आयोजित किया गया। इस रोड शो में फिल्म निर्माता एवं इंफ्लुएंसर्स भी प्रमुखता से सम्मिलित हुए।
अपर प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड बिदिशा मुखर्जी ने कहा कि “मध्य प्रदेश को ‘हिंदुस्तान के दिल’ के रूप में जाना जाता है, और यह उपाधि केवल भौगोलिक दृष्टि से नहीं, बल्कि इसकी सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक धरोहरों, समृद्ध प्रकृति और हृदय से किए गए अतुलनीय आतिथ्य सत्कार के कारण भी है। मध्य प्रदेश ग्लोबल टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, यहां पर्यटकों के लिए वह सब कुछ उपलब्ध है, जो उनका दिल चाहता है।
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड का उद्देश्य प्रदेश के अनछुए पहलुओं को देश और दुनिया के सामने लाना है। हम लगातार ऐसे प्रयास कर रहे हैं जिससे पर्यटन गंतव्य केवल दर्शनीय स्थलों तक सीमित न रहे, बल्कि यह एक अनुभव बने – संस्कृति का, खानपान का, लोक कलाओं और लोक जीवन का। हमारा ध्यान आज के समय की ज़रूरतों के अनुसार अनुभवात्मक, सस्टेनेबल और लोकल कम्युनिटी को सशक्त करने वाले पर्यटन स्वरूप पर है।
हितधारकों ने पर्यटन व्यवसाय में निवेश की संभावनाओं पर की चर्चा
मध्य प्रदेश और राजस्थान के ट्रैवल ऑपरेटर्स, होटल व्यवसायियों और टूरिज़्म स्टेकहोल्डर्स के बीच द्विपक्षीय संवाद और पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। यह सत्र न केवल क्षेत्रीय पर्यटन के विकास के लिए, बल्कि राष्ट्रीय पर्यटन समृद्धि के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ।
मध्य प्रदेश की है समृद्ध सांस्कृतिक विरासत
रोड शो में मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया गया। प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रदेश की प्राकृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और ग्रामीण पर्यटन स्थलों की झलक दिखाई गई।
मध्यप्रदेश पर्य़टन की विशेषताएं –
● वर्ष 2024 में 13.41 करोड़ पर्यटक मध्य प्रदेश पहुंचे हैं। विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर एवं ओंकारेश्वर, चित्रकूट, मैहर और पावन मां नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
● मध्य प्रदेश में 3 स्थायी और 15 टेंटेटिव सूची में कुल 18 यूनेस्को विश्व विरासत हैं, जो भारत की कुल विरासतों की 25 प्रतिशत हैं। स्थायी सूची में खजुराहो के मंदिर समूह, भीमबेटका की गुफाएं और सांची स्तूप शामिल हैं।
● यूनेस्को की नोडल एजेंसी संगीत नाटक अकादमी ने तीन विरासतों भगोरिया आदिवासी नृत्य, गोंड आदिवासी चित्रकला और नर्मदा परिक्रमा को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (intangible cultural heritage) की राष्ट्रीय सूची में सम्मिलित किया है।
● मध्य प्रदेश को ग्रीन, क्लीन और सेफ स्टेट के साथ–साथ “टाइगर स्टेट”, “लेपर्ड स्टेट”, “घड़ियाल स्टेट”, “चीता स्टेट”, “वल्चर स्टेट” और “वुल्फ स्टेट” के रूप में जाना जाता है।
● आगामी वार्षिक आयोजन गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल, मंदसौर (12 सितंबर से), कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल, श्योपुर (5 अक्टूबर से) और चंदेरी ईको रिट्रीट (25 अक्टूबर से) होने जा रहा है।
● मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विशेष रूप से भोपाल, इंदौर, सिंगरौली, सतना एवं रीवा के लिए ‘पीएम श्री पर्यटन वायुसेवा’ का संचालन किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में आवागमन सुगम एवं सुविधाजनक
मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच सड़क, रेल और वायु मार्ग से सशक्त और सुविधाजनक कनेक्टिविटी है, जो दोनों राज्यों के पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहन देती है।
● राजस्थान के कोटा और चित्तौड़गढ़ से होकर मध्य प्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर और सतना पहुंचा जा सकता है।
● भारतीय रेल का व्यापक नेटवर्क दोनों राज्यों को आपस में जोड़ता है। दोनों राज्यों के प्रमुख शहरों के लिये नियमित ट्रेनें उपलब्ध हैं।
● इंदौर, भोपाल, जयपुर, उदयपुर जैसे शहरों के वायुसेवा द्वारा देशभर की उड़ानों से संपर्क और भी सुगम हो गया है।
लग्जरी से लेकर होमस्टे तक विश्व स्तरीय आतिथ्य सत्कार
मध्य प्रदेश में सभी स्तर की आवास सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों की अलग-अलग पसंद के अनुसार हैं। लग्जरी रिसॉर्ट्स में ताज, मैरियट, रेडिसन, रामाडा, द पार्क और क्लेरियन इन जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में मौजूद हैं। इसके अलावा हवेलियों और राजसी महलों में बने हेरिटेज होटल शाही ठाट-बाट का अनुभव कराते हैं। पर्यटकों को ग्रामीण परिवेश का आनंद दिलाने के लिए 200 से अधिक होम स्टे का संचालन किया जा रहा है।
पर्यटन व हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में निवेश की असीम संभावनाएं
प्रदेश की नई पर्यटन नीति 2025 निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन और विविध सुविधाएं उपलब्ध करती है। इस नीति के तहत, निवेशकों को भूमि पार्सल, वे साइड एमेनिटीज़ और विरासत संपत्तियों का आवंटन ई-निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। 90 साल की लीज पर भूमि उपलब्ध है। निवेशकों को न्यूनतम स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क देना होता है। इसके अलावा, ₹100 करोड़ या उससे अधिक के निवेश वाले अल्ट्रा-मेगा पर्यटन परियोजनाओं के लिए सरकार सीधे भूमि आवंटित कर सकती है।
फिल्म निर्माण का उभरता केंद्र
मध्य प्रदेश की फिल्म पर्यटन के क्षेत्र में भी एक विशिष्ट पहचान बनी है। फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फिल्म सुविधा प्रकोष्ठ (FFC) की स्थापना की गई है, जो एकल विंडो सिस्टम के माध्यम से सुलभता से अनुमति प्रदान करता है। प्रदेश में फिल्म अनुमति को समय–सीमा में प्रदान किए जाने हेतु लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत शामिल किया गया है।
● मध्य प्रदेश में नीति लागू होने के बाद अब तक 400 से अधिक फिल्म परियोजनाओं की शूटिंग की जा चुकी है।
● मध्य प्रदेश में स्त्री और स्त्री-2, भूल भुलैया-3, सुई-धागा, लापता लेडीज, द रेलवे मैन, पैडमैन, धड़क-2, पंचायत, कोटा फैक्ट्री, गुल्लक और सिटाडेल ने दर्शकों का दिल जीता है।
● भारत सरकार द्वारा मध्य प्रदेश को वर्ष 2017-2020 के लिये “मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट” का अवॉर्ड दिया जा चुका है।
Tech Mahindra's EBIT increased 34% year-on-year to Rs 1,477 crore
नोएडा। सभी उद्योगों में उपक्रमों को टेक्नोलॉजी परामर्श और डिजिटल सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली विश्व की अग्रणी कंपनी टेक महिन्द्रा ने 30 जून, 2025 को समाप्त हुई तिमाही के लिए अंकेक्षित समेकित वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
टेक महिन्द्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक मोहित जोशी ने कहा, “हमारा निष्पादन निरंतर मजबूत हो रहा है जिससे अनुशासित क्रियान्वयन और ध्यान केंद्रित रणनीति परिलक्षित होती है। पिछले 12 महीनों (एलटीएम) के आधार पर हासिल किए गए सौदे 44 प्रतिशत बढ़े हैं जिसकी वजह सभी वर्टिकल्स और भौगोलिक क्षेत्रों में व्यापक गतिशीलता है।”
टेक महिन्द्रा के मुख्य वित्तीय अधिकारी रोहित आनंद ने कहा,“हमने लगातार सात तिमाहियों में मार्जिन बढ़ाया है जोकि हमारे पूरे संगठन में अनुशासन और ध्यान को परिलक्षित करता है। अनिश्चित माहौल में भी हमारे प्रोजेक्ट फोर्टियस प्रोग्राम ने निरंतर सार्थक परिणाम दिए और परिचालन में सुधार को गति दी।”
बीती तिमाही के लिए वित्तीय नतीजे:
आय 156.4 करोड़ डालर रही, साल दर साल 0.4 प्रतिशत अधिक, एबिट 17.2 करोड़ डॉलर रहा, साल दर साल 30.2 प्रतिशत अधिक, एबिट मार्जिन 11.1 प्रतिशत, साल दर साल 260 बीपीएस बढ़ा, कर बाद लाभ (शुद्ध लाभ) 13.3 करोड़ डॉलर, साल दर साल 30.2 प्रतिशत बढ़ा, शुद्ध लाभ मार्जिन 8.5 प्रतिशत, साल दर साल 190 बीपीएस बढ़ा, मुक्त नकदी प्रवाह 8.6 करोड़ डॉलर, नए सौदे हासिल टीसीवी 80.9 करोड़ डॉलर।
आय 13,351 करोड़ रुपये, साल दर साल 2.7 प्रतिशत अधिक, एबिट 1,477 करोड़ रुपये, साल दर साल 34.0 प्रतिशत अधिक, समेकित शुद्ध लाभ 1,141 करोड़ रुपये, प्रति शेयर आय (ईपीएस) 12.86 रुपये, साल दर साल 34.0 प्रतिशत बढ़ा है।
अन्य खास बातें कर्मचारियों की कुल संख्या 1,48,517 रही, साल दर साल 897 अधिक, एलएटीएम आईटी एट्रिशन 12.6 प्रतिशत, बिक्री बकाया दिवस 95 दिन, साल दर साल 2 दिवस अधिक,बीती तिमाही के अंत में नकदी और नकदी समकक्ष 8,072 करोड़ रुपये ।
Subhaspa raised the demand to create a "desert state"
जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर “मरू प्रदेश” की मांग ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि यह मांग पहले भी कई बार उठ चुकी है, लेकिन अब एक संगठित राजनीतिक दल द्वारा इसे ज़ोर-शोर से उठाने के बाद यह विषय दोबारा चर्चा में आ गया है। यदि अन्य क्षेत्रीय दल और सामाजिक संगठन भी इस पहल का समर्थन करते हैं, तो यह आंदोलन आने वाले समय में और मजबूती पकड़ सकता है।
इसी चलते सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राजस्थान प्रभारी सुभाष चंद्र यादव ने राजस्थान के पश्चिमी जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य “मरू प्रदेश” बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र वर्षों से उपेक्षित रहा है और अब समय आ गया है कि इसे प्रशासनिक रूप से अलग पहचान दी जाए।
सुभाष चंद्र यादव का कहना है कि राजस्थान के पश्चिमी जिलों—जैसे जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, चूरू और श्रीगंगानगर—की भौगोलिक, सामाजिक और विकासात्मक परिस्थितियाँ बाकी राज्य से पूरी तरह भिन्न हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों को एक अलग प्रशासनिक इकाई का दर्जा देना जरूरी हो गया है।
सुभाष चंद्र यादव ने स्पष्ट किया कि यह मांग केवल राजनीतिक एजेंडा नहीं, बल्कि क्षेत्र की भावनाओं और जरूरतों की अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि सुभासपा आने वाले समय में इस विषय पर जनजागरण अभियान भी चलाएगी।
उन्होंने बताया कि यह मांग पहले भी कई बार क्षेत्रीय नेताओं और संगठनों द्वारा उठाई जा चुकी है, लेकिन अब सुभासपा जैसी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी के हस्तक्षेप से यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
सुभाष चंद्र यादव ने यह भी कहा कि राजस्थान के इन जिलों को सदियों से उपेक्षा का सामना करना पड़ा है,और अब समय आ गया है कि “मरू प्रदेश” बनाकर वहां के लोगों को विकास और अधिकार की मुख्यधारा में लाया जाए।