जयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कॉमर्स और मैनेजमेंट फैकल्टी में डब्ल्यूटीसी जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में “रिसर्च, रेजिलिएंस और रेवेन्यू” थीम पर आयोजित दो-दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस की ज़बरदस्त शुरुआत हुई जिसमें यंग माइंड्स और इनोवेटर्स को एक मंच मिला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. बी.पी. शर्मा (पूर्व कुलपति, गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी)रहे, जिन्होंने बताया कि “उद्यमिता” भारत की इकॉनोमी का अगला बड़ा टूल बनेगा। सहायक निदेशक, डब्ल्यूटीसी जयपुर के नवनीत अग्रवाल ने बताया कि किस तरह 330 डब्ल्यूटीसी के साथ 100 से अधिक देशों में वैश्विक उपस्थिति के माध्यम से अनुसंधान-संचालित नवाचार और नए युग के स्टार्ट-अप को समर्थन दे रहा है ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2027 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को पूरा किया जा सके। गौरतलब है कि शैक्षणिक क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दिए जा रहे निरंतर सहयोग और योगदान की सराहना करते हुए प्रो. सुनीता मिश्रा और प्रो. बी.एल. वर्मा ने उन्हें विशेष स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित भी किया।
प्रो. सुनीता मिश्रा ने अपने कीनोट एड्रेस में कहा कि 21वीं सदी की इकॉनमी को चलाने वाली ताकत अब एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन है। उन्होंने यह भी बताया कि स्टार्ट-अप सिर्फ बिज़नेस नहीं बल्कि समाज में बदलाव लाने की ताकत रखते हैं। आयुष सबात ने युवाओं को रिस्क लेने और इनोवेटिव आइडियाज पर काम करने के लिए इंस्पायर किया। डॉ. सचिन गुप्ता ने कान्फ्रेंस आयोजित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया तथा एसएएचआरएस, आइजेआइआरजी , सभी अतिथियों, स्पीकर्स ,स्टूडेंट्स को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
कार्यक्रम की शुरुआत वेलकम स्पीच से हुई जिसमें देशभर से आए प्रख्यात शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों की मौजूदगी ने माहौल को ऊर्जावान बनाया। कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पेशल अट्रैक्शन स्टार्ट-अप बाज़ार लगाया गया जहाँ छात्र अपने आइडिया, प्रोटोटाइप और बिज़नेस प्लान को प्रेज़ेंट कर रहे हैं — एकदम रियल वर्ल्ड फील के साथ। आने वाले दो दिन नॉलेज, नेटवर्किंग और नेक्स्ट-जेन इनोवेशन से भरपूर रहे।