डकैती की योजना बनाते पकड़े गए बदमाशों से पच्चीस और मोबाइल बरामद

लूटे गए मोबाइल खरीदने वाला एक और खरीदार गिरफ्तार पूर्व में पन्द्रह लाख रुपये से अधिक कीमत के दो महंगे लैपटॉप सहित चालीस मोबाइल जब्त किए जा चुके है

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जयपुर। संजय सर्किल थाना पुलिस ने गत दिनों डकैती की योजना बनाते पकडे गए सात बदमाशों की निशानदेशी के आधार पर पच्चीस और मोबाइल बरामद किए है और  साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले एक और खरीदार को भी पकड़ा है। गिरफ्तार आरोपी लूटे गए मोबाइलों को साइबर अपराध करने वालों को डिलिवरी करते है। अब पुलिस साइबर अपराध करने वालो की तलाश में जुटी है। जिनसे और भी अधिक मोबाइल-लैपटॉप बरामदगी की संभावना है। गौरतलब है कि पूर्व में पकड़े गए बदमाशों से लूटे गए 15 लाख रुपए कीमत के दो महंगे लैपटॉप और 40 महंगे मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। गिरफ्तार सभी आरोपित अव्वल दर्जे के लुटेरे हैं। यह सुनसान जगह पर राहगीरों से मोबाइल छीनते हैं।

पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर राशि डोगरा डूडी ने बताया कि संजय सर्किल थाना पुलिस ने दो जनवरी को  डकैती की योजना बनाते पकड़े गए सात बदमाशों की निशानदेशी के आधार पर पच्चीस और मोबाइल बरामद किए है और  साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले एक और खरीदार 23 वर्षीय जरीफ निवासी आजमनगर जिला कटिहार बिहार को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इससे पूर्व  आरोपित लाला उर्फ लाल मोहम्मद (19) निवासी बंगाली बस्ती नाहरी का नाका शास्त्री नगर, शकील अली (19) निवासी कटिहार बिहार हाल शास्त्री नगर, मोहम्मद तारिफ (22) निवासी काजी जी का नाला भट्टा बस्ती, जय रुद्दीन (23)  निवासी पेंटर कॉलोनी शास्त्री नगर और उस्मान (20)  निवासी पश्चिम बंगाल हाल शास्त्री नगर सहित खरीदार मोहित स्वामी निवासी शास्त्रीनगर और संदीप स्वामी निवासी शास्त्री नगर को गिरफ्तार जा चुका है।  जिनके कब्जे से डकैती के लिए काम में लेने वाले मिर्च पाउडर, कटार, चाकू, टॉर्च, रस्सी, पेचकस, टेप, कटर, एयरगन, बैग, दो लैपटॉप और 40 मोबाइल फोन बरामद किया जा चुका हैं।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी बिहार के रहने वाले है जो जयपुर में वारदात करने के उद्देश्य से ही आते है। जो लोगों से लूटे गए मोबाइल को साइबर ठगी करने वाले व्यक्तियों को जामताड़ा और मेवात को उनकी जगह पर जाकर महंगे दामों में बेचते है। इसके बाद साइबर ठग मोबाइल को एक-दो बार प्रयोग में लेने के पश्चात नष्ट कर देते है। इस कारण से उनकों  पकडे जाने का खतरा भी नहीं रहता है। अब पुलिस की टीमें गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर साइबर अपराधों की वारदात देने वाले ठगों की तलाश कर रही है। 

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