जयपुर। प्राचीन मंदिर श्री सीताराम जी महाराज यज्ञशाला की बावड़ी पुरानी बस्ती में आगामी 9 नवंबर 2025 से 17 नवंबर 2025 तक 108 कुंडात्मक महायज्ञ एवं शिवलिंग पूजन अनुष्ठान का भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह धार्मिक आयोजन श्रद्धा, आस्था और संस्कारों का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।
आयोजन के प्रथम दिन रविवार 9 नवंबर 2025 को जल यात्रा, गो पूजन एवं ब्राह्मण मंडप प्रवेश के साथ यज्ञ की विधिवत शुरुआत होगी। यह अनुष्ठान 17 नवंबर 2025 तक चलेगा, जिसके समापन पर एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
इस पावन अवसर पर अयोध्या, काशी, मथुरा, वृंदावन, हरिद्वार सहित देशभर से अनेक जगतगुरु, महामंडलेश्वर एवं संत महात्माओं का आगमन होगा। आयोजन के मुख्य संरक्षक एवं नेतृत्वकर्ता पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंत राम रतन दास महाराज, श्री चमत्कारेश्वर शिव—हनुमान मंदिर केल की बगीची और यक्ष शाला की बावड़ी पुरानी बस्ती के महंत हैं।
पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंत राम रतन दास महाराज ने बताया कि 9 नवम्बर को एक विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें 250 सौ महिलाएं एक ही परिधान में छोटी चौपड स्थित श्री रामचंद्र मंदिर से रवाना होकर मुख्य मार्ग से होते हुए गोपीनाथ मंदिर और फिर प्राचीन मंदिर श्री सीताराम जी महाराज यज्ञशाला की बावड़ी पुरानी बस्ती पहुंचेगी। इस दौरान कलश यात्रा का जगह—जगह स्वागत किया जाएगा। इस दौरान रोजाना दो बजे से शाम पांच बजे तक श्री वृंदावन धाम से पधारे बजरंग दास महाराज श्रीमद् भागवत कथा करेंगे।
मुख्य यजमान राम मनोहर शर्मा ने बताया कि यह महायज्ञ लोककल्याण— शांति और समृद्धि के लिए समर्पित है तथा इसमें वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति से मंत्रोच्चार के साथ पूजन, हवन एवं रुद्राभिषेक के कार्यक्रम होंगे। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे इस आध्यात्मिक अनुष्ठान में सपरिवार भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित करें।




















