जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए) जयपुर के आयुर-योगा प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी विभाग में 15 दिवसीय शॉर्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम इन इंटीग्रेटिव प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी का सफल आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को दिल की बीमारियों से बचाव और सुरक्षा के लिए आधुनिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों का समन्वित ज्ञान उपलब्ध कराना रहा।
कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर इंटरडिसिप्लिनरी डीन प्रो. सर्वेश अग्रवाल, विभागाध्यक्ष प्रो. एच.एम.एल. मीणा, प्रो. रामकिशोर जोशी, प्रो. उदयराज सरोज, डॉ. हरीश भाकुनी, डॉ. प्रवीन सावंत, डॉ. दीप्ति बिष्ट, डॉ. अभिषेक उपाध्याय, डॉ. भरत पाठर, डॉ. अक्षय सोलंकी सहित कई वरिष्ठ शिक्षक उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को दिल की बीमारियों से बचाव, समय पर पहचान और उपचार के तरीकों की जानकारी दी। विशेषज्ञों द्वारा पंचकर्म चिकित्सा की जानकारी देने के साथ हृदय रोगों से समय पर बचाव करने के लिए जीवन शैली को सुधारने हमारे दैनिक खान-पान को सही करने, नियमित व्यायाम और योग से जुड़ी जानकारी दी। प्रतिभागियों ने क्रियाशरीर विभाग की अत्याधुनिक लैब, रचना शारीर विभाग और सिमुलेशन लैब का दौरा किया। उन्हें ईसीजी, tmt जैसे आधुनिक उपकरणों से होने वाली हृदय रोगों की जांच के विषय में जानकारी दी गई। बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) तकनीक, योगाभ्यास, केस स्टडी और इंटरएक्टिव सत्रों के माध्यम से व्यावहारिक अभ्यास कराया गया।




















