मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का अठारहवाँ दीक्षांत समारोह आज, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू होगी मुख्य अतिथि

0
210

जयपुर ।जयपुर मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर का अठारहवाँ दीक्षांत समारोह बुधवार आज सुबह 11:30 बजे एमएनआईटी जयपुर परिसर के ओपन एयर थिएटर में आयोजित होने जा रहा है। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगी और दीक्षांत भाषण देंगी।राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सम्मानित अतिथि होंगे।एमएनआईटी जयपुर के शासी परिषद के अध्यक्ष और एमएनआईटी जयपुर के निदेशक प्रो. नारायण प्रसाद पाढ़ी दीक्षांत समारोह के प्रारम्भ की घोषणा करेंगे और डिग्री प्रदान करने के स्क्रॉल पर हस्ताक्षर करेंगे। प्रो. नारायण प्रसाद पाढ़ी संस्थान की शैक्षणिक गतिविधियों और उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए बी.टेक., बी.आर्क., एम.टेक., एम. प्लान., एम.बी.ए., एम.एस.सी., और पीएचडी की डिग्रियां विद्यार्थियों को प्रदान की जाएंगी। वर्ष 2023-24 के लिए, कुल 741 बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी डिग्री, 64 बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर डिग्री, 285 मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी डिग्री, और 25 मास्टर ऑफ प्लानिंग डिग्री प्रदान की जाएंगी। 101 विद्यार्थियों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित में एम. एससी. की डिग्री मिलेगी। दीक्षांत समारोह में वर्ष 2023-24 के लिए 66 एम.बी.ए. की डिग्री प्रदान की जाएगी। दीक्षांत समारोह में 79 शोध विद्यार्थी पीएचडी की डिग्री प्राप्त करेंगे। संस्थान कुल 1361 डिग्री प्रदान करेगा, जिनमें से 805 स्नातक डिग्री, 477 मास्टर डिग्री, और 79 डॉक्टरेट डिग्री हैं। प्रदान की जाने वाली सभी डिग्रियों में से 402 (29%) डिग्रियां छात्राओं को प्रदान की जाएंगी, जिससे वास्तविक जेंडर समावेशी शिक्षा का मार्ग प्रशस्त होगा।

एमएनआईटी जयपुर में पहली बार डायरेक्टर्स आउटस्टैंडिंग गोल्ड मेडल अवार्ड (1) की शुरुआत की गई है; इस साल एक छात्रा को उसकी असाधारण शैक्षणिक, पाठ्येतर और खेल उपलब्धियों के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा।

यूजी टॉपर्स को 8 डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल और पीजी टॉपर्स को 11 बोर्ड ऑफ गवर्नर्स गोल्ड मेडल दिए जाएंगे। शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में, छात्राओं ने 20 में से 12 गोल्ड मेडल (60%) प्राप्त करके छात्रों को पीछे छोड़ दिया है, जो महिला सशक्तिकरण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। वर्ष 1963 में मालवीय क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में स्थापित इस संस्थान ने राष्ट्र की सेवा के 60 वर्ष पूरे कर लिए हैं।

एमएनआईटी जयपुर ने 2023 में हीरक जयंती मनाई थी। एनआईआरएफ ने एमएनआईटी जयपुर को सभी एनआईटी में 8वां और देश के सभी इंजीनियरिंग संस्थानों में 43वां स्थान दिया है। छात्रों के लिए एक नया 600-बेड वाला छात्रावास – “अरावली छात्रावास” का उ‌द्घाटन भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा किया जाएगा। एमएनआईटी जयपुर अपने सभी विद्यार्थियों को 100% परिसर आवास प्रदान करता है। संस्थान परिसर 24/7 सुरक्षा, अच्छी तरह से सुसज्जित छात्रावास और सख्त एंटी-रैगिंग नीतियों के साथ सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।

संस्थान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा इंजीनियरिंग विभाग की स्थापना के साथ अपने शैक्षणिक प्रस्तावों का विस्तार किया है। एमएनआईटी जयपुर शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से दो नए स्नातक कार्यक्रम, इंजीनियरिंग भौतिकी में बी.टेक. और गणित और कंप्यूटिंग में बी.टेक. शुरू करने की योजना बना रहा है। संस्थान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) को लागू करने के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया है और कई नई पहल की है। पिछले साल एमएनआईटी जयपुर ने 915 विद्यार्थियों का प्लेसमेंट करवाने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, इसमें 200 विजिटिंग कंपनियों ने 589 यूजी और 212 पीजी विद्यार्थियों का चयन किया, यूजी के लिए उच्चतम पैकेज ₹ 64 लाख प्रति वर्ष था जो कि एक छात्रा के लिए था और पीजी के लिए ₹33 लाख प्रति वर्ष था। केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र आदर्श राय ने इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा “गेट 2024” में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल की है। 254 विद्यार्थियों को सरकारी और निजी वित्त पोषण स्रोतों द्वारा 1.74 करोड़ की छात्रवृत्ति प्रदान की गई।

संस्थान को अनुसंधान एवं विकास के लिए लगभग ₹90 करोड़ रुपये की बाह्य निधि प्राप्त हुई है, जो एमएनआईटी जयपुर के इतिहास में सबसे अधिक है। संस्थान ने अपने इतिहास में पहली बार उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार, उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार और उत्कृष्ट कर्मचारी पुरस्कार भी शुरू किया है जो एनआईटी समुदाय में काफी अनोखा है। दीक्षांत समारोह के दौरान संस्थान का ‘कुलगीत’ (गान) भी जारी होगा, इसे सभी आधिकारिक कार्यक्रमों में गाया जाएगा। एमएनआईटी जयपुर स्वयं का “कुलगीत” रखने वाला पहला एनआईटी बन गया है। एमएनआईटी जयपुर में, विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसमें कल्याण शिविरों, परामर्श सत्रों का आयोजन करके विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को समर्थन प्रदान करने के लिए पहल की गई है, साथ ही उनके समग्र विकास के लिए सभी नए विद्यार्थियों को फैकल्टी के साथ व्यक्तिगत बातचीत की सुविधा भी प्रदान की गई है।

संस्थान निरंतर प्रगति करते हुए सफलता के कई आयाम स्थापित कर रहा है, और देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में पहचाना जाता है। विद्यार्थियों को कुशल इंजीनियर, वैज्ञानिक और पेशेवर बनने के लिए अत्याधुनिक शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके, एमएनआईटी जयपुर देश के भविष्य के कार्यबल को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here