जयपुर। साइबर ठगों का जाल लगातार पैर पसारता जा रहा है। साइबर ठगों ने तीन लोगों को झांसे में लेकर उससे 23 लाख रुपए से ज्यादा की राशि ठग ली। बालाजी अपार्टमेंट गणेश नगर निवारू रोड निवासी रामनिवास सिनसिनवार ने करधनी थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसके सोशल मीडिया एप पर एक लिंक आया। लिंक पर क्लिक करते ही वह एक ग्रुप में जुड़ गया। इसमें घर बैठे थोडा निवेश करने पर मोटा मुनाफे की बात कहीं गई।
इस पर पीड़ित ने शुरू में कुछ राशि का निवेश किया। इसके बाद उसे उसका लाभ भी मिला। इसके बाद पीड़ित एक के बाद एक कर टास्क पूरा करता चला गया, लेकिन कभी उसके मुनाफे की राशि दी तो कभी नहीं दी। ऐसे में उससे कई बार में 8 लाख 42 हजार 585 रुपए का निवेश करवा लिया। मोटा निवेश करने के बाद जब उसने अपना मुनाफा मांगा तो उसे और टास्क पूरा करने को कहा गया। इस पर उसे ठगी का अहसास हुआ और उसने पुलिस की शरण ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इसी प्रकार नर्सिंग विहार कालवाड रोड निवासी कृष्ण कुमार ने करधनी थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसके सोशल मीडिया एप पर जय कुमार वर्मा ने एक लिंक भेजा। आरोपी ने उसे निवेश करने पर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिय। इस पर युवक ने लिंक पर जुड़कर निवेश करना शुरू कर दिया। इस पर पीड़ित ने शुरू में कुछ राशि का निवेश किया। इसके बाद उसे उसका लाभ भी मिला। इसके बाद पीड़ित एक के बाद एक कर टास्क पूरा करता चला गया, लेकिन कभी उसके मुनाफे की राशि दी तो कभी नहीं दी। ऐसे में उससे कई बार में साढ़े पांच लाख रुपए का निवेश करवा लिया गया।
जब उसने आरोपी ने अपनी मूल राशि और मुनाफा मांगा तो उसने नया टास्क दे दिया और कहा इसे पूरा करते ही पूरी राशि ले लेना। इससे उसे ठगी का अहसास हुआ। पीडित ने थाने पहुंच कर मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आंकेडा चौड भट्टों वाली गली निवासी विनोद कुमार कुमावत ने चौमूं थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसके पास सोशल मीडिया एप पर लिंक भेजकर निवेश करने पर मोटा मुनाफे का झांसा दिया गया। इस पर युवक ने झांसे में आकर निवेश करना शुरू कर दिया।
पीड़ित को शुरू में निवेश करने पर मुनाफा व मूल राशि दी गई। कई बार उसने टास्क पूरा किया और उसे राशि भी लौटा दी गई। इस पर प्रकार उसका विश्वास जीत लिया गया। इसके बाद पीडित ने लगातार कई बार में 10.24 लाख रुपए का निवेश कर दिया। लगातार निवेश करने पर जब उसने अपना मुनाफा और मूल राशि मांगी गई तो उसे एक बड़ा टास्क देकर उसे पूरा करने को कहा गया। इस पर उसे ठगी का अहसास हुआ। इस पर पीड़ित ने पुलिस की शरण ली।