जयपुर। गुरु पूर्णिमा पर गुरुवार को प्रदेशभर में आयोजन होंगे। इसके तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान 507 धर्म गुरुओं का राजस्थान सरकार की ओर से सम्मान किया जाएगा। इसके लिए देवस्थान विभाग के सौजन्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से धर्म गुरुओं को सम्मान स्वरूप श्रीफल व अभिनंदन पत्र भेंटकर व शॉल ओढाकर सम्मानित किया जाएगा।
इसके तहत राजस्थान सरकार के केबिनेट, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व राज्यमंत्री विभिन्न जिलों में स्थित धर्मस्थलों पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर धर्मगुरुओं का सम्मान करेंगे। इसी कड़ी में देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत गुरुवार को पाली जिले के जाडन में स्थित ओम विश्वदीप गुरुकुल स्वामी महेश्वरानंद आश्रम में आयोजित देव दर्शन एवं गुरु पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां वे पूज्य संत महेश्वररानंद महाराज का मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से सम्मान करेंगे।
इसके अलावा देवस्थान मंत्री कुमावत गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में त्यागी आश्रम बूसी, आशापुरा माताजी मंदिर गौरी भाकरी बाला, श्री सालेश्वर महादेव मंदिर, गुडा प्रताप सिंह, श्री लछेश्वर धाम लच्छानाडा, छापरिया माताजी मंदिर गिरवर, श्री कुबाजी महाराज मंदिर बालराई, श्री डोवेश्वर महाराज मंदिर बालराई, श्री निम्बेश्वर महादेव मंदिर सांडेराव, श्री गंगावेरी धाम सांडेराव तथा श्री हनुमान मंदिर बस स्टेंड, सिंदरू में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में शामिल होंगे।
गुरु पूर्णिमा पर देवस्थान मंत्री ने दी शुभकामनाएं
राजस्थान सरकार के देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरू को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन भारत में गुरु पूर्णिमा मनाने की परम्परा रही है।
इस दिन गुरुओं के अमूल्य ज्ञान और मार्गदर्शन के प्रति सम्मान और आभार प्रकट किया जाता है। गुरु जीवन में अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रोशनी लेकर आते हैं। केबिनेट मंत्री कुमावत ने कहा कि गुरुओं द्वारा दी गई अमूल्य शिक्षा को जीवन में आत्मसात कर हमें आगे बढ़ना चाहिए।