जयपुर। एपेक्स हॉस्पिटल के चिकित्सको ने नौ ग्राम से अधिक सेल्फोस ले चुकी सवाई माधोपुर निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला को मौत के मुंह से निकालने में सफलता हासिल की है। सीनियर कंसलटेंट पल्मोनोलॉजी डॉ. विजयंत सोलंकी के निर्देशन में हॉस्पिटल की “क्रिटिकल केयर होप” टीम ने यह सफलता हासिल की।
डॉ. सोलंकी ने बताया कि 9 ग्राम सेल्फोस लेने के बाद बुजुर्ग महिला को बचा पाना आसान नहीं था, लेकिन सवाई माधोपुर में डॉ. मोहित मंगल ने शुरुआती दस मिनट में बुजुर्ग के बेहतर इलाज की शुरुआत कर दी थी, इसके बाद उन्हें जयपुर एपेक्स हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया।
रास्ते के तीन घंटे के सफर के दौरान ई आईसीयू से मरीज को मॉनिटर किया गया। डॉ. सोलंकी ने बताया कि महिला का बीपी और हार्ट फंक्शन कम हो चुका था एवं शरीर में एसिड की मात्रा भी बढ़ चुकी थी। फिर मरीज को चिकित्सको की देखरेख में वीए एकमो सपोर्ट दिया गया, इसके 48 घंटे के बाद मरीज की स्थिति में सुधार आने पर सपोर्ट एवं वेंटिलेटर को हटाया गया। फिर 48 घंटे बाद महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया।
चिकित्सको की टीम में एकमो टीम के डॉ. अमित मेहता समेत अन्य टीम सदस्यों ने रेगुलर मॉनिटरिंग कर मरीज की जान बचाई। डॉ. विजयंत सोलंकी ने बताया कि अधिक उम्र में इस तरह की रिकवरी काफी मुश्किल होती है लेकिन हॉस्पिटल समूह के चिकित्सको के बेहतर कोआर्डिनेशन और रेगुलर मॉनिटरिंग के चलते मरीज को ठीक कर पाना संभव हो सका।