जयपुर। हिंदू धर्म में हर साल माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता हैं । माघ माह में पड़ने वाली चतुर्थी को सकट चौथ, तिलकुटा चौथ, संकष्टी चतुर्थी, माघी चौथ,तिल चौथ आदि नामों से जाना जाता हैं । इस दिन भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ भगवान शिव,माता पार्वती, कार्तिकेय और चंद्रदेव की पूजा करते हैं ।
पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि सकट चौथ का व्रत संतान की दीर्घायु के लिए एवं सुखी जीवन के लिए रखा जाता हैं। इस व्रत को निर्जला किया जाता हैं । सकट चौथ की पूजा में गणेश जी को तिल और गुड़ से बने तिलकुट का भोग लगाते हैं । संकट चौथ या तिल चौथ का व्रत 29 जनवरी सोमवार को रखा जाएगा । पूजा करने का समय अमृत की बेला में 7:10 से 8:32 तक इसमें शोभन योग भी रहेगा । सुबह 9:53 से 11:15 तक । शाम को 6:05 से 7:43 तक । सकट चौथ पर चंद्रोदय का समय 29 जनवरी सोमवार को रात्रि में 9:20 मिनट पर होगा ।




















