जयपुर। हरिनाम संकीर्तन परिवार के तत्वावधान में डी डी ग्रुप की ओर से देश-प्रदेश में धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए शुरू की गई 108 श्री हनुमंत कथा की श्रृंखला में दूसरी कथा शुक्रवार को स्टेशन रोड राम मंदिर के पीछे स्थित श्री बस्सी के बाग वाले दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर में शुरू हुई। व्यासपीठ से अकिंचन महाराज ने अपराह्न तीन से शाम छह बजे तक कथा श्रवण कराया।
अकिंचन महाराज ने कहा कि हनुमंत कथा के माध्यम से हमें हनुमानजी को अपना आदर्श मानते हुए जीवन जीना चाहिए। हनुमान जी भक्त होने के साथ-साथ प्रभु के सेवक भी है। भक्ति और सेवा के शिखर होते हुए उनमें अहंकार बिल्कुल भी नहीं है। आयोजक ओमप्रकाश शर्मा ने प्रारंभ में व्यासपीठ की आरती उतारी।




















