डिग्गी कल्याण जी की 59वीं लक्खी पदयात्रा में उमड़े भक्त

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Devotees gathered in large numbers in the 59th Lakh padayatra of Diggi Kalyan Ji
Devotees gathered in large numbers in the 59th Lakh padayatra of Diggi Kalyan Ji

जयपुर। श्रावण शुक्ल पक्ष सप्तमी रविवार को चौड़ा रास्ता के ताड़केश्वर मंदिर से 58वीं लक्खी पदयात्रा लोकगीतों और जयकारों के साथ रवाना हुई। श्री कल्याण जी डिग्गी पुरी पदयात्रा संघ के संचालक श्रीजी शर्मा एवं अन्य ने जयपुर के रियासतकालीन पचरंगा ध्वज का पूजन कर यात्रा को रवाना किया। बाजै छै नौबत बाजा म्हारा डिग्गीपुरी का राजा…लोकगीत और कल्याण धणी के जयकारों के साथ पदयात्री रैले के रूप में नाचते-गाते न्यू गेट की तरफ बढ़ने लगे। कुछ श्रद्धालु कनक दंडवत करते हुए आगे बढ़े तो कुछ श्रद्धालु हाथों में निशान थामे हुए थे। गांवों से आए पैदल यात्रियों के कारण राजधानी में ग्रामीण परिवेश जीवंत हो उठा।

लक्खी पदयात्रा के संचालक श्रीजी शर्मा ने बताया लक्खी पदयात्रा को उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा, विधायक बालमुकुंद आचार्य, संत-महंत सहित अनेक विशिष्ट लोग मुख्य ध्वजा का पूजन कर पदयात्रा को रवाना किया। ध्वज की छत्रछाया में पदयात्री कनक दंडवत करते हुए मोती डूंगरी गणेश मंदिर के दर्शन कर डिग्गी के लिए रवाना हुए। इस बार पदयात्रा में पांच से छह लाख श्रद्धालु शामिल है। राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश के श्रद्धालु भी पदयात्रा में शामिल होते है ।

डिग्गी कल्याण जी पदयात्रा में 11 अगस्त को पदयात्री मदरामपुरा पहुंची। जिसके बाद 12 अगस्त को हरसूलिया और 13 अगस्त को फागी के लिए कूच करेंगे। 14 अगस्त को चौसला में रात्रि विश्राम करने हुए 15 अगस्त को डिग्गी मालपुरा में कल्याण मंदिर पहुंच कर प्रभु के दर्शन करेंगे। जिसके पश्चात भगवान श्री कल्याण जी को ध्वजा अर्पित करने के बाद गंगाजल से भगवान का अभिषेक करेंगे।

कल्याण धणी के पदयात्रियों के लिए चौड़ा रास्ता से सांगानेर तक सैंकड़ों स्थानों पर भंडारे लगाए गए । जहां फल, शर्बत, शिकंजी, छाछ, लस्सी, कचोरी, पकौड़ी, मिठाई, सब्जी-पूड़ी सहित खाने-पीने का सभी सामान थे । विभिन्न संस्थाएं ने भी अलग-अलग जगहों पर बड़े स्तर पर भंडारो का आयोजन किया।

बड़ी संख्या में श्रद्धालु शनिवार देर रात से ही पहुंचे

मुख्य पदयात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शनिवार देर रात और रविवार तड़के पांच बजे ही जयपुर पहुंच गए। बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सभी में श्रीजी के दर्शन करने की ललक साफ दिख रही थी। पीठ पर बैग लटकाए श्रद्धालुओं का काफिला दोपहर तक जयपुर की सड़कों पर नजर आता रहा। चौड़ा रास्ता से रवाना होकर पदयात्रियों ने सर्वप्रथम मोतीडूंगरी गणेश जी के दर्शन किए। यहां से पदयात्री रिजर्व बैंक के सामने से होते हुए टोंक रोड पर आ गए।

पदयात्रियों के चौड़ा रास्ता से सांगानेर तक कदम-कदम पर भंडारे लगाए गए। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी सगंठनों की ओर से लगाए गए भंडारों में चाय-नाश्ता, भोजन, फल, शर्बत, पानी, छाछ की व्यवस्था की गई। पदयात्रियों का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कुछ लोगों ने वाहन में केले, सेव, अमरूद सहित अन्य फल वितरित किए। बच्चों के लिए टॉफी और आइसक्रीम का इंतजाम किया हुआ था।

मदरामपुरा में हुई महाआरती

पदयात्रियों का पहला पड़ाव रविवार रात मदरामपुरा के बालाजी मंदिर में हुआ। यहां रात्रि को डिग्गी कल्याणजी और हनुमान जी महाराज की महाआरती उतारी। लोगों ने पुष्प वर्षा कर पदयात्रियों का स्वागत किया। पदयात्रा के संचालकों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस मौके पर शामिल लोगों ने कहा कि पदयात्राएं राजस्थान की संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है।

पदयात्राओं में शामिल अलग-अलग गांवों के लोगों से ही भारत का निर्माण होता है। पदयात्राएं एक-दूसरे को जानने और समझने का भी माध्यम है। सभी ने पैदल यात्रियों की यात्रा निर्विघ्न संपन्न होने की भगवान से प्रार्थना की। श्री कल्याण जी डिग्गी पुरी पदयात्रा संघ के नेतृत्व में पदयात्रा संचालकों ने अतिथियों का माल्यार्पण कर सम्मान किया। महाआरती के बाद देर रात तक भजन-कीर्तन हुए।

इंद्रदेव ने किया पदयात्रियों का स्वागत

पदयात्रा का इंद्रदेव ने स्वागत किया। सुबह से ही रिमझिम बारिश के बीच पदयात्रा शुरू हुई तो भक्तों ने कल्याण धणी के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान कर दिया। कई श्रद्धालु दंडवत करते हुए पदयात्रा में शामिल हुए। उनके साथ परिवार के लोग भी थे जो बारिश से तिरपाल के सहारे से बचा रहे थे। जगह-जगह भरे पानी ने भक्तों को विचलित तो किया, लेकिन उनकी श्रद्धा के आगे सब बोना हो गया। कई जगह गंदगी होने व गंदा पानी बहने से भी भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

कल्याण धनी का विशाल भंडारे का आयोजन

श्री कल्याण धणी की 59वीं पदयात्रा में हर साल भी भांति इस वर्ष भी विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। पहले दिन यह विशाल भंडारा आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने विशाल भंडारे का आनंद लिया। भंडारे में समाजसेवियों ने कल्याण धनी के पद यात्रियों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की ।

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