जयपुर। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है । महिषासुर और देवी दुर्गा के नौ दिन और नौ रात चले युद्ध उपरांत देवी ने महिषासुर का वध कर, उसके अत्याचारों से जनता के कष्ट दूर किए थे। तब से इन नौ दिन देवी दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है । अष्टमी और नवमी, नवरात्रि के दो दिन बहुत ही खास माने जाते हैं ।
प्रेम मंदिर संस्थान में कन्या पूजन के अवसर पर राजू मँगोड़ीवाला ने स्कूल के बच्चों को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने बच्चों से कहा कि हमें हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति को अपने जीवन में उतारना चाहिए । उन्होंने बच्चों को सीख देकर वादा लिया कि वे प्रतिदिन स्कूल आने से पहले अपने माता पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेंगे, तत्पश्चात घर में स्थित ईश्वर को नमन कर स्कूल के लिए प्रस्थान करेंगे ।
राजू मंगोड़ीवाला ने पहले देवीस्वरूपा स्कूल की छोटी छोटी बच्चियों का तिलक एवं पूजन कर प्रसादी देकर कर उनका आशीर्वाद लिया । उन्होंने स्कूल के बालकों को सदैव लड़कियों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने का संकल्प भी कराया ।
प्रेम मंदिर संस्थान की संस्थापिका और प्रिंसिपल रंजू जैन ने बताया कि वे गत पंद्रह वर्षों से इस स्कूल के माध्यम से जवाहर नगर कच्ची बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करते हुए उनमें उच्च संस्कार प्रत्यारोपित करने का प्रयास कर रही हैं । उन्हें यूनिफॉर्म और पाठ्य सामग्री भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है । कक्षा 8 तक का यह स्कूल राजस्थान बोर्ड से मान्यता प्राप्त है । बच्चों ने देशप्रेम की कविताएं प्रस्तुत की और शारदीय नवरात्र के महत्व पर भी प्रकाश डाला । इस कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष नरेंद्र लाखी, कोषाध्यक्ष प्रबोध चंद जैन एवं सदस्य रेनू माथुर भी सम्मिलित हुए ।