जयपुर। सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को ग्रेटर निगम कार्यालय पर प्रदर्शन कर निगम अधिकारियों से अनुभव प्रमाण पत्र बिना किसी परेशानी के जारी करने की मांग की। सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा 2024 में अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता की गई। प्रदेशभर में नगर निकायों में करीब 23 हजार से अधिक पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सफाई कर्मचारी भर्ती 2024 में अनुभव प्रमाण पत्र नगर निकायों में कार्यरत कर्मचारियों को दिया जाना है। सरकार द्वारा जारी आदेशों में संबंधित जोन के उपायुक्तों को अनुभव प्रमाण पत्र दिये जाने के लिए निर्देशित किया गया है, लेकिन उपायुक्तों द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र की मांग करने पर ईएसआई, पीएफ सहित रिकॉर्ड सहित कई प्रकार के दस्तावेज मांगे जा रहे है।
जबकि यूनियन के साथ किए गए समझौते में अधिकारियों द्वारा यूनियन को आश्वस्त किया गया था कि दस्तावेजों में सवेदक का कार्य आदेश एवं आवेदक का अनुभव प्रमाण पत्र मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक से सत्यापित होने के पश्चात अधिकारियों द्वारा काउंटर हस्ताक्षर किए जाएंगे। पूर्व में जयपुर नगर निगम जयपुर द्वारा लिखित में तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा गया है कि दैनिक संविदा कर्मियों के नाम पते उल्लेखित करने से रेस्पार एक्ट का उल्लंघन होगा क्योंकि किसी भी कर्मी द्वारा नाम पते की सूचना मांग कर न्यायालय में नियमित नियुक्ति देने के लिए वाद दायर किया जा सकता है इसलिए भुगतान बिलों के साथ दैनिक संविदा कर्मियों के नाम-पिता का नाम उल्लेख नहीं किया जा सकता है।
इसी क्रम में शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। आयुक्त से निवेदन कर सवेदक से अनुभव प्रमाण पत्र जारी होने के पश्चात मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक से सत्यापित होने के बाद उपायुक्त को अनुभव जारी करने के निर्देश प्रदान करने की मांग की है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो मजबूरी वश सफाई कर्मचारी ठेके के कर्मचारी 3 दिवस बाद आन्दोलन की और अग्रसर होगे,जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।




















