मुंबई साइबर क्राइम से होना बताकर वाट्सएप पर डिजिटल अरेस्ट कर झांसा देकर साइबर ठगी करने वाली गैंग गिरफ्तार

0
105

जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप(एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए मुम्बई साइबर क्राइम से होना बताकर वाट्सएप पर डिजिटल अरेस्ट कर झांसा देकर साइबर ठगी करने वाली गैंग भंडाफोड़ किया है। साथ ही एसओजी की टीम ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस एवं एसओजी ने बताया मुंबई साइबर क्राइम से होना बता कर डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर ठगी करने वाली गैंग के शातिर बदमाश राकेश गंवारिया निवासी आगरा रोड़ जयपुर , दिलीप कुमार मीणा निवासी टोडाराय सिंह जिला टोंक, संजीत कुमार निवासी बोली जिला सवाई माधोपुर, सुमर्थ निवासी मलारना डुंगर जिला सवाई माधोपुर , रजनेश गुर्जर निवासी मलारना डुंगर जिला सवाईमाधोपुरा, अंकित मीणा निवासी बोली जिला सवाई माधोपुर, राहल शर्मा निवासी सुरवाल जिला सवाईमाधोपुर, मनराज गुर्जर निवासी मलारनाडूंगर, सवाई माधोपुर, चैनसिंह निवासी मलारना डुंगर जिला सवाई माधोपुर, संदीप निवासी संगरिया जिला हनुमानगढ, तरुण वर्मा निवासी चांदपोल बजार जयपुर, देवेन्द्र सिंह निवासी हनुमानगढ, दिलखुश मीणा निवासी लालसोट जिला दौसा, विनेश कुमार निवासी हमीरवास जिला चुरु और ब्रज किशोरी तेमानी निवासी श्याम नगर जयपुर को गिरफ्तार किया है। एसओजी की टीम ने गिरफ्तार आरोपितों के पास से 13 लाख रुपये, 27 मोबाइल फोन, 43 डेबिट कार्ड 19 पासबुक तथा 15 चैक बुक विभिन्न बैंको के, 16 सिम कार्ड, 13पेन कार्ड ,अधार कार्ड, 1 लेपटॉप, 1 चौपहिया वाहन बरामद किया है।

इन 15 आरोपीयों में से राकेश, दिलीप, सुमर्थ, रजनेश, अंकित, राहुल शर्मा, मनराज यह खातें उपलब्ध करवाने वाले व्यक्ति है। वहीं दिलखुश इन खाता धारको से खाते के किट इकट्टा कर संजीत, चैनसिंह, संदीप इन लोंगो को उपलब्ध कराते थे और संजीत चैनसिंह ठगी राशी को नगद रुप में प्राप्त कर उसे तरुण, देवेन्द्र सिंह, विनेश कुमार, बूज किशोर को देकर युएसडीटी में रुपान्तरित करवाते थे। साइबर ठगी की राशि के कमीशन को अपने मंहगे शौक पुरा करने के काम में लिया जाता था। गिरप्तार शुदा साइबर ठगों द्वारा देश भर में कई साइबर ठगी के प्रकरणों में संलिप्ता होने की संभावना है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here