जयपुर के मणिपाल हॉस्पिटल ने दुनिया की पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी के साथ स्वास्थ्य सेवा में ऐतिहासिक छलांग लगाई

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Manipal Hospital Jaipur performed the world's first robotic cardiac telesurgery
Manipal Hospital Jaipur performed the world's first robotic cardiac telesurgery

जयपुर। राजस्थान की पहली रोबोटिक सर्जरी की सफलता के बाद मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने अब दुनिया की पहली रोबोटिक-सहायता प्राप्त कार्डियक टेलीसर्जरी करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने और भारत में अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों को पेश करने की दिशा में मणिपाल हॉस्पिटल के प्रयासों को दर्शाती है। अपने नेटवर्क में रोबोटिक सर्जरी का लाभ उठाकर मणिपाल हॉस्पिटल क्रिटीकल केयर सेवा प्रदान करने के तरीके को बदल रहा है। यह सुनिश्चित कर रहा है कि रोगियों को उपचार में नवीनतम नवाचारों तक पहुंच मिले।

टेलीसर्जरी मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में कार्डियक सर्जरी के प्रमुख डॉ.ललित आदित्य मलिक के नेतृत्व में की गई। अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जिकल तकनीक का लाभ उठाते हुए डॉ. मलिक और उनकी टीम ने ऑपरेशन की सफलता को सुनिश्चित किया। जिससे सटीक और जीवन रक्षक परिणाम प्राप्त हुए। नौ जनवरी को पहली सर्जरी के बाद मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने दस जनवरी को दूसरी सर्जरी भी की। दोनो ही ऑपरेशन पूर्ण रूप से सफल हुये व मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ है।

मणिपाल हॉस्पिटल्स के एमडी और सीईओ दिलीप जोस ने आभार व्यक्त करते हुए कहा देश भर में हमारे अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी जैसी उन्नत तकनीकों को सम्मिलित करके, हमारा लक्ष्य पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा वितरण को बदलना है। हमारा मानना है कि स्वास्थ्य सेवा परिवर्तनकारी और सभी के लिए सुलभ होनी चाहिए।

रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी में यह अग्रणी उपलब्धि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो पूरे भारत में रोगियों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान करने के हमारे मिशन को उजागर करती है। यह मणिपाल हॉस्पिटल्स, राजस्थान और देश के पूरे स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम नवाचार और रोगी-केंद्रित स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी बने हुए हैं।

जयपुर में सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में कार्डियक सर्जरी कंसल्टेंट डॉ. ललितादित्य मलिक ने कहा कि 59 वर्षीय जगदीश प्रसाद और 56 वर्षीय पवन कुमार की सफल रोबोटिक सहायता वाली टेलीसर्जरी दर्शाती है कि कैसे उन्नत तकनीक दूरियों को कम करके और सटीक, समय पर उपचार को सक्षम करके स्वास्थ्य सेवा में क्रांति ला रही है।

पहला ऑपरेशन, इंटरनल मैमरी आर्टरी हार्वेस्टिंग और दूसरी, एक ग्राउंड ब्रेकिंग टोटली एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बाईपास सबसे जटिल हृदय शल्य चिकित्सा में से एक – केवल 40 मिलीसेकंड की अविश्वसनीय रूप से कम विलंबता के साथ टेलीसर्जरी के माध्यम से की गई थी। यह मील का पत्थर विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और यह सुनिश्चित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि रोगियों को उपचार विश्व में उपलब्ध सबसे उन्नत तकनीक का लाभ मिले।

इस उपलब्धि के बारे मे बताते हुए जयपुर के मणिपाल हॉस्पिटल के डायरेक्टर रंजन ठाकुर ने कहा यह उपलब्धि परिवर्तनकारी स्वास्थ्य सेवा के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में भारत की क्षमताओं को दर्शाती है। हमें गर्व है कि हमारी जयपुर यूनिट ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसी प्रकार चिकित्सा उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित करना जारी रखेंगे और उन्नत स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी के रूप में राजस्थान की भूमिका को और मजबूत करेगे।

दोनों सर्जरी एसएस इनोवेशन के सहयोग से की गईं। जो मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर को गुरुग्राम में एसएस इनोवेशन से 286 किलोमीटर की दूरी पर जोड़ती हैं। टेलीसर्जरी की व्यवहार्यता को प्रदर्शित करते हुए असाधारण सटीकता और टीमवर्क के साथ पूर्ण किया गया। जबकि डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने दूर से सर्जरी का मार्गदर्शन किया। मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में कार्डियक सर्जरी के प्रमुख डॉ. ललित आदित्य मलिक ने विशेषज्ञ देखभाल के साथ अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए मौके पर दोषरहित निष्पादन सुनिश्चित किया।

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