जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘माही के मनस्वी’ का विमोचन कार्यक्रम जयपुर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान हरिदेव जोशी के राजनीतिक जीवन, लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और राजस्थान के विकास में उनके योगदान को याद किया गया।
डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि हरिदेव जोशी, मोहनलाल सुखाड़िया और जय नारायण व्यास जैसे नेताओं ने आधुनिक राजस्थान की नींव रखी। उन्होंने कहा कि अगर ये नेता नहीं होते, तो आज के राजस्थान की कल्पना भी मुश्किल थी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा लोकतंत्र को मजबूत किया है।
उन्होंने देश में बदलते राजनीतिक माहौल पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “अब वैचारिक लड़ाई की जगह जातिगत राजनीति होने लगी है। आज का दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है, पर फेसबुक जैसी चीजों से सही जानकारी नहीं मिलती।”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि डॉ. सीपी जोशी दूरदृष्टि के धनी हैं और उन्हें पहले ही अंदाजा था कि एक दिन वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं। गहलोत ने हरिदेव जोशी के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए कहा कि, “कुछ लोग अफवाह उड़ाते थे कि मेरे और उनके रिश्ते अच्छे नहीं थे, लेकिन उन्होंने हमेशा मुझे स्नेह दिया। अपने अंतिम भाषण में उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ कहा जिससे लोगों की सोच बदल गई।”
गहलोत ने मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि “आज देश में वैचारिक संकट खड़ा हो गया है। धर्म के नाम पर जो राजनीति हो रही है, वह चिंताजनक है। फ्रीडम फाइटर्स ने कभी नहीं सोचा होगा कि देश की राजनीति सिर्फ धर्म के नाम पर चलेगी।”
गहलोत का सरकार पर बड़ा हमला: कानून व्यवस्था चिंताजनक
गहलोत ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तक को धमकियां मिल रही हैं। जेलों से मोबाइल मिलने और अपराधियों के बेलगाम होने पर सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि “राजस्थान में बच्चियों के रेप, हत्या और गुंडागर्दी आम बात हो गई है, लेकिन इन मामलों में सुनवाई नहीं होती। आम आदमी कहाँ जाए?”
पीएम किसान योजना पर भी जवाब
पीएम किसान योजना में कांग्रेस सरकार पर लगे आरोपों को लेकर गहलोत ने कहा, “अगर हमारी सरकार ने गड़बड़ी की है तो जांच कराएं। हम रोक नहीं रहे, जांच कर सजा दें। लेकिन बार-बार आरोप लगाकर राजनीति करना ठीक नहीं।”
अंत में गहलोत ने कहा, “अगर मुख्यमंत्री मुझे याद करते हैं तो यह अच्छी बात है, और मेरा भी फर्ज बनता है कि मैं जवाब दूं।”