जयपुर। कोटखावदा में घरों करंट फैलने से एक बच्चे की मौत हो गई। एक अन्य बच्चा झुलस गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। इस पर जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाया। इसके बाद परिजनों ने शव को उठाकर प्रदर्शन समाप्त कर दिया। परिजनों ने करीब 5 घंटे तक प्रदर्शन किया।
पुलिस के अनुसार घटना कोटखावदा के रूपाहेड़ी गांव स्थित गुणी तोड़ा की ढाणी में हाई वोल्टेज लाइन डीपी से टच हो गई। जिससे छह घरों में हाई वोल्टेज करंट फैल गया। हादसे में दो किशोर झुलस गए। जिनमें से एक की मौत हो गई। करंट दौड़ने से अनीशा सैनी (16) और दूल्हाराम (17) पुत्र धन्नालाल सैनी झुलस गए। दोनों को कोटखावदा सीएचसी ले जाया गया। गंभीर हालत में दूल्हाराम को जयपुर रेफर किया गया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। दूल्हाराम नौ बहनों में इकलौता भाई था।
मृतक के चाचा ग्यारसी लाल ने बताया कि सीएचसी में ड्यूटी डॉक्टर नहीं मिलने से घायलों के इलाज के लिए काफी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। बाद में दूल्हाराम को अस्पताल में मौजूद नर्सिंग अधिकारियों ने प्राथमिक उपचार देकर जयपुर रेफर किया। वहीं अनीशा को प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी गई। ग्रामीण शव रखकर कोटखावदा सीएचसी के सामने धरने पर बैठ गए है। लोगों ने डॉक्टर और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सीएचसी के सामने चाकसू दौसा स्टेट हाईवे पर जाम लग गया। मौके पर कोटखावदा और चाकसू थाने का पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।
ग्रामीण मृतक के परिजनों को 50 लाख,घायलों को 10 -10 लाख रुपए के मुआवजे, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, घटना के वक्त अस्पताल से गैर मौजूद डाक्टर्स को निलंबित करने और बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों का निलंबित करने की मांग की थी। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने परिजनों से समझाइश की। अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया।