प्लास्टिक गोदाम में भीषण आग लगने से जला लाखों का माल

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Goods worth lakhs burnt in a huge fire in a plastic godown
Goods worth lakhs burnt in a huge fire in a plastic godown

जयपुर। नाहरगढ़ थाना इलाके में मंगलवार सुबह गणगौरी बाजार में उस समय हड़कंप मच गई जब एक प्लास्टिक गोदाम में भीषण आग लग गई। जहां सुबह एकाएक गोदाम से धुआं निकलने पर लोगों ने मालिक को फोन कर सूचना दी। साथ ही पुलिस और दमकल को सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि जब तक दमकल मौके पर पहुंचती,तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते गोदाम के अंदर से आग की लपटे बाहर निकल कर आने लगी।

सूचना पर दमकल मौके पर पहुंची और पाइप छोटा होने के कारण वह आग तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद दूसरी दमकल को मौके पर बुलाया गया। गली पतली होने कारण दमकल को मौके पर पहुंचने में समय लगा। इस आग पर काबू पाने के लिए दमकल को फोम का इस्तेमाल करना पड़ा जिस से आग कंट्रोल हो सकी। लेकिन इससे पहले ही गोदाम में रखे प्लास्टिक के बने हुए उपकरण जैसे जार, जग, कुर्सी, टेबल, बर्तन, मग, बाल्टी सभी जल कर पिघल गए। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

लोगों में दहशत का माहौल

आग की लपटें और धुआं देखकर आस-पास के मकानों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए और घर छोड़कर बाहर निकलने लगे। आग लगने के समय इमारत की ऊपरी मंजिल पर तीन से चार लोग मौजूद थे। उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास अफरा-तफरी मच गई।

संकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी

सूचना के बाद मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंचीं,लेकिन संकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी। ऐसे में फायर ब्रिगेड की टीमों ने करीब तीन सौ मीटर दूर से पाइप बिछाकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। इसके बाद मौके पर पुलिस, नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गए।

बिजली विभाग ने एहतियातन क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को बंद कर दिया ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो। पुलिस ने आस-पास के घर खाली कराए और लोगों को घरों से बाहर निकलने की अपील भी की। आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि पुलिस और फायर विभाग की ओर से जांच की जा रही है।

सात घंटे में 24 दमकलों ने पाया आग पर काबू

आग की सूचना पर चौगान, आमेर, घाटगेट, बनी पार्क, मानसरोवर सहित अन्य फायर स्टेशनों से करीब 24 दमकल मौके पर पहुंची। लेकिन मौके पर सकरी गली होने के कारण ज्यादा अंदर तक नहीं जा सकी। इससे आग को बुझाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आग से गोदाम में रखा पूरा सामान जलकर स्वाहा हो गया।

सिलेंडर फटने से बचा, दमकलकर्मियों ने सुरक्षित निकाला बाहर

गोदाम संचालक कारोबार के साथ स्वयं इसी भवन में रहता था। गोदाम में ही उसने अपने रोजाना के काम के लिए सिलेंडर भी रखा था। आग ने पूरे भवन को आगोश में ले लिया। इसी दौरान आग बुझाने में जुटे दमकल कर्मियों को ऊपरी मंजिल पर सिलेंडर रखा मिला। इस पर लपक सिलेंडर उठा लिया और सुरक्षित नीचे भेज दिया। जहां सिलेण्डर रखा था वह हिस्सा भी काफी हद तक आग से जल गया। अगर सिलेण्डर फट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

सकरी गली में पाइप ले जाने में भी आई समस्या

स्थानीय निवासी ने बताया कि वह नाहरगढ़ किले रोड पर रहते हैं। सुबह परिवार के साथ गोविंद देव मंदिर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान गणगौरी बाजार से निकलने के दौरान कॉलोनी में एक दुकान से धुआं निकलते देखा। जिस पर गाड़ी रोकी और दमकल को दुकान में आग लगने की सूचना दी। स्थानीय लोगों को भी दुकान में आग की सूचना दी।

इसके बाद दुकान के छत पर रहने वालों को घर से बाहर निकाला। सुबह करीब 10 बजे दुकान में आग लगी। इसके बाद दमकल को मौके पर पहुंचने में आधा घंटा लगा। इस दौरान जो दमकल मौके पर पहुंची। पाइप छोटा होने के कारण वह आग तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद दूसरी दमकल को मौके पर बुलाया गया। गली पतली होने कारण दमकल को मौके पर पहुंचने में समय लगा।

प्लास्टिक के उपकरण रखे थे दुकान में

प्लास्टिक के बने हुए उपकरण जैसे जार, जग, कुर्सी, टेबल, बर्तन, मग, बाल्टी सभी जल कर पिघल गए। आग को कंट्रोल करने में दमकल को भी बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। आग को कंट्रोल करने के लिए दमकल को फॉम का इस्तेमाल करना पड़ा।

आधा दर्जन मकान कराए खाली

आग के विकराल रूप धारण करने के कारण गोदाम के आस-पास के आधा दर्जन मकानों को खाली करवा लिया गया। वहां पर रह रहे लोगों को दूसरे स्थान भेज दिया गया। आग बुझने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। आग बुझने के बाद भी लोगों में अजीब सा डर नजर आया। आग बुझाने के दो घंटे बाद लोग वापस अपने घरों को लौट आए।

चारदीवारी में रिहायशी इलाकों में चल रहा व्यावसायिक काम

नगर निगम की नाक के नीचे शहर की चारदीवारी में रिहायशी इलाकों में धड़ल्ले से कारोबार चल रहा है। लेकिन नियम विरुद्ध चल रहे इन कारोबारी स्थानों पर कभी निगम ने कार्रवाई की जहमत नहीं उठाई। विशेष बात यह है कि रिहायशी इलाकों की सड़के सकड़ी है। ऐसे में अगर आग लगती है तो वहां पर दमकल का पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता है। इससे जनहानि के डर के साथ आर्थिक नुकसान भी ज्यादा होता है।

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