अंतर्राष्ट्रीय गीता ओलंपियाड का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित

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Diamonds and pearls in the name of Ram scattered in Shri Krishna-Balram temple
Diamonds and pearls in the name of Ram scattered in Shri Krishna-Balram temple

जयपुर। जगपुरा स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर परिसर के कृष्ण हॉल में रविवार को गीता ओलंपियाड- 2025 के विजेताओं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें गीता ओलंपियाड-2025 के विजेताओं को भव्य पुरस्कार दिए गए। इस प्रतियोगिता में 10 से अधिक देशा और 50 शहरों के प्रतिभागियों ने भगवत गीता अध्याय 7 से 12 पर आधारित परीक्षा में भाग लिया था। जिसमें आंध्र प्रदेश की अनुषा कर्नूल ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।

वहीं राजस्थान की मधु मालती देवी दासी ने 91.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर सफलता का परचम लहराया। वहीं चार प्रतिभागी ने 91.25 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया। गीता ओलंपियाड- 2025 में प्रथम स्थान वालों को 1 लाख, द्वितीय स्थान वाले विजेताओं को 51 हजार व तृतीय स्थन प्राप्त करने वालों को 21 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र ,गीता यथारुप व ट्रॉफी वितरित की गई।

एक दिवसीय वृंदावन दर्शन ट्रिप का हुआ आयोजन

रविवार सुबह इंटरनेशलन गीता ओलंपियाड- 2025 के अंतर्गत देश भर के विजेताओं को लेकर एक दिन ट्रिप जयपुर हेरिटेज टेंपल आयोजित किया गया। जिसमें सभी विजेताओं को राधा गोविंद देवजी,राधा दामोदर जी,राधा विनोदी लाल जी,कनक घाटी,राधा माधव जी,राधा नटवर जैसे मंदिरों के दर्शन कराए गए। इसी दौरान विजेताओं ने कीर्तन,कथा भजन,गेम्स आदि क्विज में भाग लिया।

सोमवार को होगा , पानीहाटी चिड़ा-दही उत्सव का आयोजन

श्री कृष्ण बलराम मंदिर के गुप्त वृंदावन धाम के कृष्णा हॉल में शाम साढ़े 6 बजे दही-चिढ़ा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें श्रील रघुनाथ दास गोस्वामी व श्रीनित्यानंद प्रभु की स्मृति में पंचामृत अभिषेक ,संकीर्तन,जलविहार,पालकी यात्रा और भव्य प्रसादी का वितरण किया जाएगा। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होंगे। मीडिया प्रभारी सिद्ध स्वरुप दास ने बताया कि यह समग्र उत्सव श्रील प्रभुपाद के निर्देशों पर आधारित ग्लोबल कृष्ण भक्ति के विस्तार का माध्यम है। गीता ज्ञान, संकीर्तन, सेवा और संतोष यही गुप्त वृंदावन धाम की पहचान है। गीता केवल ग्रंथ नहीं, जीवन की दिव्य दिशा है।

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