June 22, 2025, 12:15 am
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’योग संगम 2025’’ का जयपुर के जंतर-मंतर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान करेगा ऐतिहासिक आयोजन

जयपुर। आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (मानद विश्वविद्यालय), जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ‘‘योग संगम‘‘ का भव्य आयोजन 21 जून को जयपुर के ऐतिहासिक स्थल जंतर-मंतर पर किया जाएगा।

इस विशेष आयोजन में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में अध्ययनरत देश के सभी राज्यों से आए विद्यार्थियों के साथ अन्य देशों के विद्यार्थी भी सक्रिय रूप से भाग लेंगे। यह आयोजन भारत की प्राचीन योग परंपरा को वैश्विक मंच पर स्थापित करने और आयुर्वेद व योग के समन्वित स्वरूप को प्रस्तुत करने का एक सशक्त माध्यम बनेगा।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग से स्वस्थ रहने ओर योग संगम से अधिक से अधिक आमजन को जोड़ने के उद्देश्य से राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा गुरुवार को प्रातः 5ः30 बजे “रन फॉर योगा” का आयोजन किया गया। “रन फॉर योगा” राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (जोरावर सिंह गेट) से प्रारंभ होकर बड़ी चौपड़ होते हुए पुनः संस्थान परिसर में समापन हुआ। संस्थान परिसर में सामूहिक योगाभ्यास एवं जुम्बा डांस भी किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सक, शिक्षक, अधिकारी कर्मचारी और विद्यार्थीयो ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कहा योग केवल शारीरिक अभ्यास नहीं, यह जीवन का दर्शन है। यह समग्र स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और आत्मिक उन्नयन का मार्ग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आयुष मंत्रालय की पहल पर देश के साथ पूरे विश्व में हमारे “स्वस्थ एवं निरोगी जीवन” के लिये सभी लोग योग के इस महासंगम में भाग लेगें।

हमें गर्व है कि संस्थान में अध्ययनरत देश के साथ अन्य देशों के विद्यार्थी इस परंपरा को वैश्विक स्तर तक पहुंचा रहे हैं। इस अवसर पर योग बंधन कार्यक्रम के अंतर्गत महामंत्री आयुष मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से आमंत्रित विदेशी पर्यवेक्षक श्रीलंका, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका से आएंगे। विशाखापट्टनम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित हो रहे राष्ट्रीय कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के 12 देशों के विदेशी छात्र-छात्राएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ योग अभ्यास करेंगे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. दुर्गावती देवी ने कहा योग जीवन जीने की एक शैली है, जो अनुशासन, संतुलन और आत्मचिंतन सिखाती है। इस महोत्सव के माध्यम से हम युवा पीढ़ी को योग के मूल सिद्धांतों से जोड़ने और उन्हें स्वस्थ समाज के निर्माण में भागीदार बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

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