साइबर ठगी करने वाली अंतरराष्ट्रीय (नेपाल) गैंग के चार साइबर ठग गिरफ्तार

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Four cyber thugs of international (Nepal) gang involved in cyber fraud arrested
Four cyber thugs of international (Nepal) gang involved in cyber fraud arrested

जयपुर। साइबर पुलिस थाना ने साइबर ठगी करने वाली अंतरराष्ट्रीय (नेपाल) गैंग के चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 मोबाइल,एक लैपटॉप तीन बैंक चेक बुक जब्त की है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) कुन्दन कंवरिया ने बताया कि साइबर पुलिस थाना ने साइबर ठगी करने वाली अन्तराष्ट्रीय (नेपाल) गैंग के नेपाली निवासी लाल दोर्जे तामांग व सुजल तामांग व दिल्ली निवासी पवन जैन व अब्बु शाहमा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से 12 मोबाइल, 1 लैपटॉप, चेक बुक को बरामद की है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी लाल दोर्ज अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह बना रखा है।

आरोपी ऑनलाईन ट्रेडिंग व गेमिंग फॉड की राशि प्राप्त करने के लिए कमीशन पर खाता लेकर चाइनीज लोगों को टेलीग्राम पर विभिन्न देशों में विभिन्न कंपनियों के ग्रूप्स बनाकर खाता उपलब्ध करवाने का कार्य करते हैं। जिसके बदले में होने वाले ट्रांजेक्शन राशि का दो से पांच प्रतिशत तक मुनाफा यूएसडीटी में लेता है। आरोपी ऑनलाइन ट्रेडिंग एवं गेमिंग के नाम पर ठगी करते हैं।

आरपीएस अधिकारी (थानाधिकारी) सोनचंद वर्मा ने बताया कि अपने मुखबिर खास से सूचना मिली कि होटल संजय पैलेस पोलोविक्ट्री सिनेमा के सामने में कुछ संदिग्ध लोग ठहरे हुए हैं। जो ऑनलाइन फ्रॉड की राशि को हड़पने के लिए बैंक खाते किराये पर लेते है। उन बैंक खातों को चाइनीज गैंग को उपलब्ध कराते हैं ।जिसकी एवज में मोटी रकम हड़पते है। लाल दुर्ज द्वारा पूछताछ पर करोड़ो रूपयो के साइबर फ्रॉड में कमीशन के तौर पर 40-50 लाख रुपये कमाना बताया है।

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लाल दो्जे तामांग चाईनीज लोगों से टेलीग्राम पर सम्पर्क कर 05 लाख रुपये जमा करवाकर 25 से 5 प्रतिशत कमीशन पर बैंक खाता बेचता है। खाताधारकों से 2 से 2.5 प्रतिशत में खाते खरीदकर चाइनीज गैंग को 4 से 5 प्रतिशत कमीशन में खातो को ऑनलाइन फ्रॉड के लिए उपलब्ध करवाता है। खाताधारकों के मोबाइल में अपने सहयोगियों से एपीके ऐप इंस्टॉल करवाता है।

जिससे मोबाइल का एक्सेस इसके माध्यम से चाइनिज गैंग के पास पहुंच जाता है। कमीशन का भुगतान यूएसडीटी के माध्यम से अपने वॉलेट में ले लेता है।अपनी पहचान को गोपनीय रखता है। वहीं आरोपी सुजल तामांग खाता धारकों को होटल में रोककर रखने, उनकी निगरानी करने एवं खाताधारक का मोबाइल अपने कब्जे में कर खाताधारक के मोबाइल में एपीके ऐप इंस्टॉल करता है। (यह एपीके एप्लीकेशन स्पाई एप की तरह होता है, जो मोबाइल का पूरा एक्सेस दूर बैठे ठगों के पास पहूँच जाता है) मोबाइल का एक्सेस नेपाल निवासी लाल दोर्जे के माध्यम से चाइनिज गैंग को उपलब्ध करवाता है।

कमीशन की राशि खाताधारकों को मुकेश से लेकर देता है। साथ ही पवन जैन गैंग सरगना सुषमा जो कि दुबई में रहना बताती है और चाईनिज की हेल्पर है,जिसके टेलिग्राम पर सम्पर्क में रहकर खाताधारक को तैयार लाल दोर्ज को खाताधारक मय बैंक खाता, सिम, ईमेल आईडी के उपलब्ध करवाता है और अब्बु शहमा पवन जैन के कहने पर नेपाल निवासी लाल दोर्जे को अपना इंडियन ओवरसीज बैंक खाता कमीशन पर देने के लिये दिल्ली से जयपुर आता है।

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