जयपुर। राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने वाले अनूठे प्रयासों को मान्यता देते हुए, हैनिमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी (एचसीएमएस) की उत्कृष्ट परियोजना “द जयपुर लाख” को विरासत और हस्तशिल्प के क्षेत्र में प्रतिष्ठित सम्मान से नवाज़ा गया। यह सम्मान आयोजित बिजनेस रैंकर इंडस्ट्री एंड बिजनेस कॉन्क्लेव के अवसर पर प्रदान किया गया। इस भव्य आयोजन में देशभर से एमएसएमईएस, स्टार्टअप्स और अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसने इसे उद्योग क्षेत्र में एक प्रभावशाली मंच बना दिया।
पुरस्कार राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर द्वारा प्रदान किया गया। दोनों मंत्रियों ने एचसीएमएस द्वारा चलाई जा रही इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि “द जयपुर लाख” न केवल राजस्थान की कला और परंपरा को जीवित रखने का कार्य कर रही है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है।
हैनिमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी की सचिव मोनिका गुप्ता और संगीता गौड़ ने “द जयपुर लाख” टीम के साथ यह पुरस्कार ग्रहण किया। इस अवसर पर मोनिका गुप्ता ने बताया कि “यह सम्मान हमारे समर्पित कारीगरों और टीम के अथक परिश्रम का परिणाम है। ‘द जयपुर लाख’ राजस्थान की पारंपरिक कला को आधुनिक बाजार से जोड़ने की एक कोशिश है, और हम इस कार्य को आगे भी पूरी प्रतिबद्धता से जारी रखेंगे।”
“द जयपुर लाख” परियोजना ने पारंपरिक लाख कारीगरी को संरक्षित करने के साथ-साथ सैकड़ों स्थानीय कारीगरों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह सम्मान राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित प्रयासों के लिए एक प्रेरणा स्रोत साबित होगा।