जयपुर। शिप्रा पथ थाना पुलिस ने साईबर शील्ड अभियान के तहत बड़ी कार्रवाहीं करते हुए मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलवाने का झासा देकर साईबर फ्रॉड करने वाली अंतरराज्य गैंग का पर्दाफाश करते हुए 2 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन,एक लैपटॉप,7 चैक बुक समेंत एक यश बैक का क्यूआरकोड स्केनर बरामद किया है।इसी के साथ पुलिस ने आरोपियों के पास मिले मोबाइल फोन और लैपटॉप से मर्चेंट नेवी के कई फर्जी जोईनिंग लेटर व दस्तावेज बरामद किए है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि अंतरराज्य गैंग ने अलग-अलग राज्यों में कई लोगों को मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलवाने के नाम से फर्जी जोईनिंग लेटर देकर लाखों रुपयों से अधिक की ठगी की है। पुलिस ने साईबर पोर्टल 1930 पर अभियुतों के खातों की डिटेल निकाली तो उसमें 15 शिकायतें साईबर फ्रॉड की अलग-अलग राज्यों में दर्ज होने की जानकारी मिली है। पुलिस गिरफ्तार दोनो ठगों से अन्य वारदातों को लेकर गहनता से पूछताछ करने में जुटी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण दिगंत आनन्द ने बताया कि शहर में बढ़ते साईबर अपराध को रोकने के लिए व साईबर जागरुकता लाने के लिए साइबर शील्ड अभियान संपूर्ण राज्य में चलाया जा रहा है। इस अभियान के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। जिसका सुपरविजन जयपुर दक्षिण के सभी एसपी व थानाधिकारी को सौपा गया है। विशेष टीम ने अभियान के तहत मुखबिर की सूचना पर एक होटल में दबिश देकर विक्रम सिंह (29) पुत्र राम प्रताप सिंह,निवासी छापला,भोपलगढ व प्रदीप चौधरी (30) पुत्र हाकिम सिंह निवासी माडोनी,सेवर,भरतपुर निवासी को गिरफ्तार किया है।
20 दिन से रुके हुए थे होटल में,सूचना पर दी पुलिस ने दबिश
मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी की दो व्यक्ति लगातार 20 दिनों से होटल में रुके हुए और संदिग्ध लग रहे है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने होटल में दबिश देकर दोनो बदमाशों से पूछताछ की । संतुष्ट जवाब नहीं मिलने पर पुलिस ने मोबाइल व लैपटॉप की गहनता से जांच की। जिसमें संदिग्ध दस्तावेज, चैट व ट्रांजेक्शन मिले। साईबर अपराध में लिप्त होने की संभावना को देखते हुए पुलिस ने दोनो आरोपियों से गहनता से पूछताछ की और मोबाइल को चैक करने पर साईबर क्राइम का खुलासा हुआ।
तरीका -ए- वारदात
गिरफ्तार शातिर बदमाश कुछ अन्य साईबर ठगों के साथ में गैंग बनाकर सोशल मीडिया पर मर्चेंट नेवी में वेकेन्सी का झासा देने का विज्ञापन डालकर उसमें अपना मोबाइल नंबर भी देते है। झांसे में आए पीडित मोबाइल नंबर पर संपर्क करते तो आरोपी नौकरी का झासा देकर रुपए ऐंठ लेते और फर्जी एग्रीमेंट,फर्जी जाईनिंग लेटर पीड़ित को भेज देते। पीड़ित जब नौकरी जॉईन करने पहुंचता तो उसका नंबर ब्लॉक कर देते। जिसकस बाद शातिर बदमाश मोबाइल नंबर और लोकेशन बदल लेते।
एक व्यक्ति से 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपए की करते थे ठगी
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि शातिर बदमाश मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 50 हजार हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक की ठगी करते थे। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों के बरामद हुए लैपटॉप से करीब 50 फर्जी जॉईनिंग लेटर बरामद हुए है। चैक बुकों में मिली एकाउंट डिटेल के आधार पर आरोपियों के खिलाफ 15 ऑनलाइन शिकायतें भी अलग-अलग राज्या में दर्ज होना पाई गई है।