जयपुर। पद्मश्री विश्वषित स्वामी नारायण देवाचार्यदेव महाराज त्रिवेणी धाम, डाकोर धाम, नारायण धाम के परम कृपा कृपा पात्र, प्रवर्तमान वृक्षपीठाधीश्वर के परम कृपा पात्र काठिया परिवाराचाये अनन्तश्री विभूषित स्वामी नारायणदेवाचार्य महाराज के पावन सान्निध्य में श्री नारायण धाम गोपालबाड़ी रेल्वे स्टेशन जयपुर आश्रम मैं गुरु पूर्णिमा बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया और गुरुजी ने शिष्यों को गुरु मंत्र दिए जानकारी के अनुसार गुरुजी ने बताया कि,गुरु के बिना संसार में न तो ज्ञान की प्राप्ति हो सकती है और न ही हम भवसागर के पार हो सकते हैं।
अंधेरे जीवन में प्रकाश भरने का काम गुरुजन करते हैं। यूं तो हर दिन गुरु का वंदन हमें करना चाहिए। लेकिन एक विशेष दिन ऐसा भी होता है जब हमें उनकी कृतज्ञता जरूर प्रकट करनी चाहिए, वो है गुरु पूर्णिमा। गुरु महर्षि वेदव्यास का जन्म दिवस को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।इसे आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और वेद व्यास जयंती के नाम से भी जाना जाता है।
इस दिन दान-पुण्य करने और किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने का भी विशेष महत्व होता है। यह दिन पूर्ण रूप से गुरु के प्रति समर्पित होता है। इस मौके पर राजीव बंसल, श्रवण व लक्ष्मी कान्त के सान्धय में परम गुरु महाराज के द्वारा कविता सैनी को गुरु मंत्र और गुरु दिशा प्रधान की गई।