जयपुर। राष्ट्रीय लोकदल राजस्थान पार्टी में हाल के दिनों में यह देखा गया है कि पार्टी के कुछ पदाधिकारी एवं प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता बिना अधिकृत अनुमति के टेलीविज़न डिबेट्स या समाचार पत्रों में अनावश्यक व असंगत बयानबाजी कर रहे हैं। यह गतिविधियाँ कई बार तर्कहीन रूप से भाजपा या कांग्रेस के पक्ष-विपक्ष में की जा रही हैं। जिससे पार्टी की गरिमा व संगठन की साख को ठेस पहुंच रही है।
संगठन में अनुशासन बनाए रखने और इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल, राजस्थान द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री देवी सिंह राजपूत की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय अनुशासन समिति का गठन किया गया है। यह समिति पार्टी के भीतर होने वाले सभी अनुशासनात्मक मामलों की निगरानी करेगी और आवश्यकतानुसार कार्रवाई के लिए अधिकृत होगी।
पार्टी यह स्पष्ट करती है कि भविष्य में यदि कोई पदाधिकारी या कार्यकर्ता इस प्रकार की अनुशासनहीनता में लिप्त पाया गया तो उसके विरुद्ध संगठनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अनुशासन ही संगठन की सबसे बड़ी शक्ति है। सभी कार्यकर्ता व पदाधिकारी संगठनात्मक मर्यादा का पालन करें एवं पार्टी की गरिमा बनाए रखें।