जयपुर। आदिदेव महादेव भगवान भोलेनाथ की आराधना के पवित्र सावन माह में छोटीकाशी के शिवालयों में रुद्राभिषेक और सहस्त्रघट अभिषेक के आयोजनों की धूम है। एक ओर जहां लोग अपनी व्यक्तिगत और पारिवारिक मनोकामना पूर्ति के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर संपूर्ण मानवता और विश्व शांति के लिए भी भोलेनाथ से अरदास की जा रही है।
इसी कड़ी में सांगानेर स्थित श्री पिंजरापोल गौशाला के श्री ग्वालेश्वर महादेव मंदिर में प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए जताया आभार जताने, गाय को राज्य माता का दर्जा देने और राजस्थान को जैविक राज्य घोषित करने की प्रार्थना के साथ भगवान शिव का सहस्त्र घटाभिषेक किया गया। पांच विद्वानों द्वारा किए जा रहे सस्वर मंत्रोच्चार के साथ डॉ. अतुल-मोनिका गुप्ता एवं अन्य ने प्रारंभ में प्रथम पूज्य गणपति, मां गौरी, नवग्रह, सोडश मातृका, वास्तु देवता का विधिवत पूजन किया।
इसके बाद श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद, बूरा, विजया से अभिषेक कर सहस्त्रधारा की। बड़ी संख्या में देसी नस्ल की गायों की उपस्थिति में हुए आयोजन में समाज के हर वर्ग के लोगों ने भागीदारी की। श्री पिंजरापोल गौशाला में संचालित वेद विद्यालय के वेदपाठी बटुकों ने सस्वर मंत्रोच्चार कर प्रतिभा का परिचय दिया। अभिषेक के बाद भगवान की फूलों से सुंदर झांकी सजाई गई, जिसे देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। गौऋषि संत प्रकाश दास जी महाराज ने देश भक्ति और गौ भक्ति से जुड़े गीतों की कर्णप्रिय प्रस्तुतियां देकर माहौल का और भी सरस बना दिया।
संध्या वेला में सैंकड़ों दीपकों से महाआरती के बाद प्रसादी हुई। कार्यक्रम के दौरान जैविक जड़ी-बूटियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। गौ सेवा में विशेष योगदान देने वाले गौ सेवकों का सम्मान किया गया। उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में गाय को राज्य माता का दर्जा देने, देश भर में बूचडख़ानों पर रोक लगाने और राजस्थान को जैविक प्रदेश घोषित करने की मांग का पूरजोर समर्थन दिया।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए जताया आभार
अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयोजक डॉ. अतुल-मोनिका गुप्ता की अगुवाई में जैविक किसानों ने प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को केन्द्र सरकार की मंजूरी मिलने पर सराहना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए गुप्ता ने कहा कि यह योजना खेती और पशुपालन दोनों को नई दिशा देगी।
गौशालाओं के माध्यम से प्राकृतिक खाद, जैविक खेती और देशी नस्लों के संरक्षण को भी बल मिलेगा। धन-धान्य योजना ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। यह योजना न केवल कृषि उत्पादकता में वृद्धि करेगी, बल्कि पंचायत और प्रखंड स्तर पर भंडारण संरचनाएं विकसित कर ग्रामीण बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाएगी।
इस दौरान गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, महापौर सौम्या गुर्जर, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।