जयपुर। झोटवाड़ा इंडस्ट्रियल एरिए में स्थित श्री बड़ पीपली बालाजी धाम मंदिर प्रांगण में ओसवाल ग्रुप की सद्बुद्धि को लेकर सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए।
गौरतलब है कि झोटवाडा इंडस्ट्रियल एरिए में बड़ पीपली बालाजी धाम के सामने ही ओसवाल साबुन की फैक्ट्री है। फैक्ट्री के मालिक वीरेंद्र जैन काफी समय से मंदिर को ध्वस करवाने के लिए लगा हुआ है और मंदिर के खिलाफ प्रशासन को झूठी शिकायतें दर्ज करवा रहा है।
श्री बड़ पीपली बालाजी धाम के प्रवक्ता डॉ रुपक सिंह ने बताया कि वीरेंद्र जैन ने मंदिर में पानी व लाइट हटवाने के लिए भी विभागों में लगातार शिकायतें दर्ज कराई। मंदिर प्रांगण के बाहर थड़ी -ठेलों पर प्रसाद बेचने वालों को भी वीरेंद्र जैन की शिकायत के कारण प्रशासन ने वहां से हटा दिया और सैकड़ों गरीब परिवार के पेट पर लात मार दी।
सनातनी करेंगे ओसवाल साबुल का बहिष्कार
डॉ रुपक सिंह ने बताया कि वीरेंद्र जैन जिस तरह की हरकते कर रहा है इस हिसाब से वो सनातनी नहीं हो सकता। डॉ रुपक सिंह ने सभी सनातनी के साथ मिलकर ओसवाल साबुन इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया है और सभी लोगों से अपील की है कि ओसवाल सोप का बहिष्कार करें।
अपशिष्ट पदार्थ फैला कर कर रहा श्रद्धालुओं को परेशान
डॉ रुपक सिंह ने बताया कि ओसवाल सोप का फैक्ट्री संचालक वीरेंद्र कुमार जैन फैक्ट्री के पीछे वाले गेट से मंदिर के सामने जानबूझकर साबुन के गंदे पानी को फैला देता है। जिसके कारण वहां फिसलने हो जाती है और श्रद्धालुओं को आने -जाने में परेशानी होती है।
यहीं नहीं वीरेंद्र मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ गाली-गलौच भी करता है। बताया जा रहा है कि वीरेन्द्र कुमार जैन अपने राजनैतिक वर्चस्व और आर्थिक सम्मपन्नता के जरिये इस मन्दिर को ध्वस करवाना चाहता है।आरोप है कि मंदिर के सामने फैक्ट्री के गन्दे नाले से गया कीचड़ निकाल कर मन्दिर के बाहर फैला देता है। इस प्रकार की गतिविधियां करके यह आये दिन दर्शनार्थियों को परेशान करता रहता है और मंदिर के बारे में मनगवत झूठी अफवाहें फैला कर भक्तजनों की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है।
इन हरकतों को दे चुका है अंजाम
बताया जा रहा है कि 8 जनवरी 2023 को मंदिर में आयोजित अनुष्ठान समापन समारोह के अवसर पर व्यवधान डालकर कार्यक्रम को बाधित किया था। मार्च 2024 में भी वीरेन्द्र जैन ने मन्दिर के सामने तुलसी पेड़ में दीपक व अगरबत्ती लगाते समय श्रद्धालुओं से धक्का मुक्की कर मारपीट का प्रयास किया।
12 अप्रैल 2025 को हनुमान जन्मोत्सव के समय भक्तजनों व सेवादारी से गाली गलौच करते हुए पांडाल के बीच से तेज गति से अपनी कार को दौड़ाते हुए निकालकर ले गया। जिससे दुर्घटना होते होते बची। 28 अप्रैल 2025 को भी मन्दिर के सामने नाले को तोड़कर दीवार बना दी और दीवार के ऊपर ही दरवाजा लगा दिया। वीरेंद्र जैन के खिलाफ मंदिर प्रशासन ने पूर्व में झोटवाड़ा थाने में परिवाद दिया था।