जयपुर। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा नौ अगस्त (शनिवार )को रक्षाबंधन पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर छोटीकाशी के सभी मंदिरों में ठाकुर जी की कलाई पर कलात्मक राखी सजेगी। जयपुर के आराध्य देव श्री गोविंद देव जी मंदिर में रक्षाबंधन एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। श्रद्धालु ठाकुर जी के नाम की राखी बाधेंगे।
शनिवार सुबह मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर श्री गोविंद देव जी का पंचामृत अभिषेक कर धवल पोशाक धारण कराई जाएगी। इसके बाद ठाकुर जी, राधा रानी एवं सखियों को विविध रंगों एवं कलात्मक डिजाइन वाली राखियां बांधी जाएंगी। श्रृंगार झांकी में ठाकुर जी एवं राधा रानी को लाल पट्टी पर जड़ाऊ वर्क की स्वर्णिम पीली पोशाक धारण कराई जाएगी एवं विशेष आभूषणों से अलंकृत किया जाएगा।
सर्वप्रथम दूब, रेशम एवं पुष्पों से बनी पारंपरिक राखी अर्पित की जाएगी। इसके बाद मोगरे की कली, सुपारी और कलाबूत से तैयार विशिष्ट राखियां अर्पित की जाएंगी, जिनमें ‘राधा’ नाम की अलंकरण युक्त राखी विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी। ठाकुर जी को लड्डू, मीठी मठरी, पंचमेवा एवं फलों भोग लगाया जाएगा।
राम राखी है अभी भी है विशेष
सुभाष चौक पानो का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक सम्प्रदाय आचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी मंदिर, चौड़ा रास्ता के राधा दामोदर जी मंदिर में पारंपरिक रूप से रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि यहां राम राखी और कलात्मक राखियों के साथ भक्तजन ठाकुर जी के चरणों में रक्षा सूत्र अर्पित कर धर्म रक्षा का संकल्प लेंगे।
चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान मंदिर में महंत गोपाल दास महाराज के सानिध्य में हनुमान जी को राखी अर्पित की जाएगी। गढ़ गणेश, परकोटा गणेश, श्री रामचंद्र जी, केशव राव जी, सीताराम जी सहित शहर के सभी वैष्णव मंदिरों में भी रक्षाबंधन पर्व पर विशेष आयोजन होंगे।