जयपुर। जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर पुलिस उप निरीक्षक भर्ती को रद्द करवाने तथा आरपीएससी के पुनर्गठन की मांग को लेकर धरना चल रहा है। तीन माह से अधिक समय इस धरने को हो गया परंतु राजस्थान की भाजपा सरकार ने अपनी जिम्मेदारी को भूला दिया। लेकिन राजस्थान के प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी ने भी अपना नैतिक दायित्व खो दिया है।
वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत,पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कुछ कांग्रेसी नेताओं के इशारे पर ही कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के ही कुछ मोर्चो के नेताओं ने शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में जिस तरह अराजकता फैलाने का प्रयास किया वो निंदनीय है। यह बात राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने धरना स्थल पर कही।
सांसद ने कहा कि चूंकि कांग्रेस सरकार के शासन काल में ही एसआई भर्ती 2021 हुई थी और जांच एजेंसी ने पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया के नजदीकी लोगों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी द्वारा इस धरने में अशोभनीय कृत्य करना यह इंगित करता है कि कांग्रेस पार्टी पेपर लीक,नकल गिरोह पनपाने जैसे अपने उन गुनाहों को छिपाना चाहती जो सत्ता में रहते हुए। उन्होंने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ किए । उन्होंने कहा लोक सभा में इस मामले को पुरजोर रूप से उठाया और हम मजबूती से युवाओं के हक की लड़ाई लड़ रहे है।




















